मरीज़ों के प्रति सेवाभाव और उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ हेतु निष्ठापूर्वक कार्य करने की शपथ लेते हुए देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी के प्रथम वर्ष नर्सिंग छात्रों ने मानवीयता की परंपरा को लौ जलाकर आगे बढ़ाया।
मंगलवार को देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में स्कूल ऑफ नर्सिंग की ओर से शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया, जिसमें प्रथम वर्ष के छात्रों ने आधुनिक नर्सिंग की जननी फ्लोरेंस नाइटिंगेल के सम्मान में लिखी गयी प्रतिज्ञा का पालन करते हुए लौ जलाई और मरीज़ों के प्रति मानवीय पहलू के आधार पर उनकी देखभाल करने की शपथ ली। इस दौरान मुख्य अतिथि एम्स ऋषिकेश में एसोसिएट प्रोफ़ेसर डॉ ज़ेवियर ने कहा कि नर्सिंग के क्षेत्र में मानवीय मूल्यों की अहम भूमिका है। इसलिए नर्सिंग छात्रों को मरीज़ों के साथ भेदभाव रहित उचित देखभाल के लिए तैयार रहना चाहिए और अपनी ज़िम्मेदारियों का निष्ठापूर्वक पालन करना चाहिए साथ ही किसी भी चुनौती के लिए शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से तत्पर रहना चाहिए। विशिष्ठ अतिथि किरण एलिअस, एनएस, एसडीएच हॉस्पिटल, प्रेमनगर ने नर्सिंग छात्रों को उनके कार्य और दायित्वों से अवगत कराया और कहा कि कई बार दवा के साथ दया और सेवा भाव मरीजों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए लाभकारी सिद्ध होता है। इस मौके पर विश्वविद्यालय कुलपति प्रोफ़ेसर डॉ प्रीति कोठियाल ने कहा कि छात्रों ने जो विश्वास की लौ जलाते हुए प्रतिज्ञा ली है वो उनके समर्पण को झलकाता है। नर्सिंग में करुणा, दया, अनुशासन, कर्मठता ही मानवता का आधार है। उम्मीद है छात्र शपथ को अपने जीवन में उतारेंगे। उपकुलपति डॉ आरके त्रिपाठी ने छात्रों को नर्सिंग में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम समन्वयक व नर्सिंग सेवा संघ उत्तराखंड के पदाधिकारी नवल पुण्डीर ने कविता के ज़रिये नर्सिंग में मानवीय मूल्यों पर अपनी बात रखी। इस अवसर पर डीन स्कूल ऑफ नर्सिंग प्रोफ़ेसर डॉ सुमन वशिष्ठ, वाइस प्रिंसिपल प्रियंका जोशी, कार्यक्रम समन्वयक धीरज पराशर, साधना जगताप, एश्ली आदि उपस्थित थे।