कुमाऊं ब्यूरो रिपोर्ट विशाल सक्सेना
हल्द्वानी / रामनगर
लालकुआं विधानसभा के तराई केंद्रीय वन प्रभाग में टांडा से सटे ग्रामीण इलाकों में हाथियों का आतंक शुरू हो गया है। पूर्व में हाथी गंगापुर कब्डवाल में बनी गौशाला की दीवार तोड़ गए थे, इस बार भी ग्रामीण इलाकों में हाथियों ने न सिर्फ फसल तबाह की है, बल्कि ग्रामीण हेमेंद्र कबड़वाल की पूरी दीवार तोड़ गए है।
लगातार ग्रामीण इलाकों में हाथियों के आवागमन से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है, अब तो रोजाना ग्रामीण शाम होते ही हाथियों के डर से घरो में छुपने को मजबूर हैं, ग्रामीणों ने बताया कि दे रात दो हाथी गांव में घुस आए जिन्होंने गन्ने एवं चारे के खेत को पैरों से कुचल दिया, उसके बाद हाथी घर के गेट से अंदर घुसे और बाहर निकलने के लिए पूरी दीवार तोड़कर फसलों को रौद कर चले गए, ग्रामीणों का कहना है कि अब फसलों के साथ साथ जान माल का भी भय सताने लगा है, उन्होंने वन विभाग से हाथी दीवार व सोलर फैंसिंग सहित अन्य उपाय तत्काल किए जाने की मांग की है।
वही रामनगर में घास काटने के लिए गई रिंगोड़ा गांव की एक बुजुर्ग महिला को बाघ ने अपना शिकार बना लिया, महिला की मौत के बाद से ग्रामीणों में आक्रोश गुस्साए ग्रामीणों ने 2 किलोमीटर तक शव को पैदल गांव लेकर पहुंचे, जिसके बाद उन्होंने हाईवे पर जाम लगा दिया।
रामनगर के रिंगोड़ा गांव की बुजुर्ग महिला तुलसी देवी (60) अपने साथियों के साथ घास काटने के लिए गई थी, इसी दौरान बाघ ने उसे अपना निवाला बना लिया, जानकारी अनुसार हाईवे के किनारे सभी महिलाएं घास काट रही थी, इसी दौरान आदमखोर ने तुलसी देवी पर हमला कर दिया, आदमखोर महिला को अपने साथ घसीटते हुए कोसी नदी की ओर लेकर चला गया।
हमले की जानकारी तुलसी देवी के साथ घास काट रही महिलाओं ने गांव जाकर ग्रामीणों और वन विभाग को दी, जिसके बाद ग्रामीणों और वन कर्मियों की टीम मौके पर पहुंची, काफी ढूंढने के बाद महिला का शव कोसी नदी की ओर 500 मीटर की दूरी पर पड़ा हुआ मिला, इस घटना के बाद से ग्रामीणों में आक्रोश है, घटना के बाद ग्रामीण दो किलोमीटर तक पैदल चलकर शव को लेकर अपने गांव पहुंचे, इसके बाद उन्होंने हाईवे पर जाम लगा दिया, जिसके बाद रामनगर वन प्रभाग के एसडीओ अंकित बडोला, कोसी रेंजर शेखर तिवारी मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन ग्रामीण डीएफओ को मौके पर बुलाने की मांग कर रहे हैं।