रुड़की में ड्यूटी पर तैनात युवक पर पौड़ी में मुकदमा दर्ज
रिपोर्ट- संदीप चौधरी
रुड़की। कहावत है की कानून अंधा होता है और इसकी जीती जागती मिसाल भी तब देखने को मिली जब रूड़की में एक प्राइवेट फर्म में काम करने वाले युवक पर पौड़ी जिले पूर्वी मनियार स्यू राजस्व पुलिस चौकी में उस वक्त मुकदमा दर्ज कर दिया गया जिस वक्त वह रूड़की क्षेत्र में ड्यूटी पर था और अपने काम को अंजाम भी दे रहा था और इसका जीता जागता उदाहरण उस युवक के उस दिन के सीसीटीवी फुटेज है जो युवक ने अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए अधिकारियों को भी दिखाए। पर युवक की कही भी कोई सुनवाई नही हो रही है। थक हार कर पीड़ित युवक ने मीडिया का सहारा लिया और वह इतना हताश है कि, इंसाफ ना मिलने पर आत्महत्या तक करने की बात कह बैठा है।
दरअसल मामले की शुरुआत फरवरी 2020 से होती है जब पीड़ित युवक की भाभी जो कि पौड़ी क्षेत्र में अध्यापिका के पद पर तैनात है उसकी किसी बात को लेकर अपने साथ रह रही अपनी सास से कहासुनी हो गई जिसके बाद उक्त अध्यापिका ने अपनी सास और देवर के खिलाफ पुर्वी मनियारस्यू राजस्व पुलिस चौकी में तहरीर दी जबकि तहरीर में जिस दिन का समय और तिथि दर्शाई गई उस दिन महिला का देवर रूड़की में अपने अफसरों के साथ सीसीटीवी कैमरे ADB फर्म का कार्य कराता नज़र आ रहा है। बाकायदा उसकी हाजीरी भी रजिस्टर में लगी हुई है। इसकी पुष्टि उसके अधिकारी भी करते नज़र आ रहे है, पर चौकी पटवारी भुवनेश पड़ियाल 6 माह गुज़र जाने के बाद भी ना ही तो चार्जशीट को कोर्ट भेज रहे है और ना ही पीड़ित युवक को गिरफ्तार कर पाए हैं।
इसी कशमकश और मानसिक तनाव के चलते अध्यापिका के देवर विकास सैनी की मानसिक स्तिथि खराब हो चली है। बार-बार पटवारी से गुहार लगाने के बावजूद वह छः महीने गुज़र जाने के बाद चार्जशीट नही लगा पाया, बल्कि कानूनी हिसाब से 3 महीने के भीतर चार्जशीट कोर्ट में पहुँचनी अति आवश्यक होती है। पटवारी के इस रवैये को देखते हुए पीड़ित को अंदेशा है कि, कही ना कही उक्त पटवारी उसकी भाभी से सांठ-गांठ कर उसका उत्पीड़न करने में लगा हुआ है। वही एडीबी के प्रोजेक्ट मैनेजर का भी कहना है कि, जिस दिन का जिक्र पौड़ी में दी गई तहरीर में किया गया है उस दिन वह उनकी टीम के साथ काम कर रहा था।