गाँव तड़म भवनखाल सल्ट अल्मोड़ा में एक 14 वर्ष की बच्ची पेड़ से गिर गयी,जिसे चारपाई से 5 किलोमीटर तक लेटाकर अस्पताल पहुँचाया गया ।
नेता बयान देते हैं कि जनता को कोई मतलब नहीं हम कितने मुख्यमंत्री बदलते हैं।
लेकिन माननीय मंत्री जी जनता को पूरा मतलब हैं कि, सत्ता कितनी बार क्यों न बदलनी पड़े हालात बदलने चाहिये ।
राज्य में लगातार मुख्यमंत्री बदल रहे हैं लेकिन राज्य के हालत दिन प्रतिदिन बद से बत्तर ही होते जा रहे हैं ।
ये मामला गाँव तड़म भवनखाल सल्ट अल्मोड़ा के कल जहां एक 14 वर्ष की बच्ची पेड़ से गिर गयी जिसे चारपाई से पहले 5 किलोमीटर रोड पर लेजाकर अस्पताल तक पहुँचाया गया ।
लेकिन भवनखाल स्वास्थ्य केंद्र में कोई सुविधा न होने के कारण रामनगर भिजवाया गया ।वहाँ भी इलाज संभव न होने के कारण सुशिला तिवारी हल्द्वानी रात 2:45 पर पहुँचाया गया।
बच्ची को काफी चोटे आयी हैं ,पाँव ,हाथ एवं जोड़ पर फैक्चर हैं।जल्द ही ऑपरेशन किया जाएंगा ।
समाजसेवी युवा पहाड़ी कार्तिक उपाध्याय ने पीड़ित परिवार का पता लगाया और उनसे मिलने अस्पताल पहुंचे । वहां उन्होंने अपने हल्द्वानी के मित्र हेमन्त राजपूत जो रोटी बैंक चलाते हैं उनके द्वारा पीड़ितों के खाने की व्यवस्था कराई ।
साथ ही डॉ अरुण जोशी से मिलकर उन्होंने बच्ची के इलाज में होने वाले खर्च को चैरिटी से दिलाने की बात की तथा बच्ची की दवाइयों का पूरा खर्च हल्द्वानी का वन्देमातरम ग्रुप ने देने का आश्वासन दिया हैं ।
अब इससे साफ पता चलता हैं कि,पहाड़ी जन अपना जीवन किस तरह जी रहे हैं ।न वहा सड़के हैं न अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं !
चुनावी समय आने पर कुछ पम्पलेट और अपने झूठे चुनावी घोषणा पत्र लेकर पहाड़ो में जाकर सिर्फ़ वोट माँगने की राजनीती ही नेता लोग करते हैं ।
न नेताओ को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की बदहाली दिखाई देती हैं ,न ही वहां रह रहे परिवारों को होने वाली अन्य दिक्क़ते ही दिखाई देती हैं ,दिखाई देते हैं तो बस वोट और चुनाव ।