भारतीय जनता पार्टी उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक को बागेश्वर की पुलिस ने बाकायदा गार्ड ऑफ ऑनर दिया | जब इस पर हंगामा हुआ तो बागेश्वर के एसपी अमित श्रीवास्तव ने कहा कि, गार्ड ऑफ ऑनर गलत दिया गया है,इसकी जांच के आदेश दिए गए हैं।
गौरतलब है कि, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक जब सरकारी हेलीकॉप्टर से पहुंचे, पुलिस द्वारा उन्हें बाकायदा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया | लोगों का कहना है कि, पुलिस का पूरे तरीके से राजनीतिकरण हो चुका है और पुलिस सीधे-सीधे भारतीय जनता के एजेंट की तरह काम कर रही है|
चौतरफा आलोचनाओं से गिरी बागेश्वर पुलिस तत्काल बैकफुट पर आ गई और बाकायदा एचडी बागेश्वर ने इसकी जांच के आदेश जारी कर दिए| पूर्व सैन्य अधिकारी प्रकाश थपलियाल ने कहा कि, पूर्व सैनिक और अर्धसैनिक संगठन इसकी कड़ी आलोचना करता है।
ताज्जुब की बात तो यह है कि, यदि बागेश्वर को पुलिस को पता नहीं था की गार्ड ऑफ ऑनर नहीं देना है, तो कम से कम वरिष्ठ मंत्री रहे मदन कौशिक को तो यह मालूम ही रहा होगा कि अब वह मंत्री नहीं है इसलिए उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर नहीं लेना चाहिए,लेकिन जब फ्री का सम्मान मिल रहा हो तो भला बुरा किसे लगता है|
बहरहाल इससे भाजपा की छवि तो खराब हो ही रही है,उत्तराखंड पुलिस पर भी भाजपा के एजेंट की तरह काम करने के सवाल गहराने लगे हैं| कुछ समय पहले गैरसैण विधानसभा सत्र के दौरान दिवाली खाल में हुए लाठीचार्ज खुद से जब भाजपा की चौतरफा आलोचना हुई, तो अंदर खाने उत्तराखंड पुलिस ने भी व्हाट्सएप ग्रुप में रणनीति के तरीके से भाजपा सरकार की खाल बचाने का काम किया था| लेकिन उत्तराखंड पुलिस की इस रणनीति का जल्दी ही खुलासा हो गया और भाजपा सरकार के साथ-साथ उत्तराखंड पुलिस को भी आलोचना का शिकार होना पड़ा|