कुमाऊं ब्यूरो रिपोर्ट विशाल सक्सेना
रुद्रपुर उधम सिंह नगर
उत्तराखंड के जनपद उधम सिंह नगर रुद्रपुर में पुलिस द्वारा आज ऐसी शातिर महिला को गिरफ्तार किया गया है, जो कभी दुल्हन, कभी बिजनेसमैन बनकर लोगों का भरोसा जीत, तो कई बार यह महिला ब्रांड एंबेसडर बनकर भी लोगों को चूना लगा चुकी है, हालांकि अब ये महिला उधम सिंह नगर पुलिस की गिरफ्त में है, महिला ने दुल्हन बनकर कई लोगों के साथ लूट कर चुकी है, उधम सिंह नगर पुलिस ने जब इस महिला को गिरफ्तार किया, तब भी यह महिला दुल्हन के रूप में सजी हुई थी, हाथों में चूड़ा, मेहंदी, माथे पर सिंदूर, महिला को देखकर कोई यह नहीं कह सकता कि इसके अपराधों की लंबी लिस्ट बनी हुई है, उधम सिंह नगर पुलिस द्वारा पूरा जाल बिछाकर इस महिला और इसके पूरे गिरोह का पर्दाफाश किया गया है, उधम सिंह नगर एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने इस पूरे मामले का खुलासा किया।
एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने बताया कि यह महिला अलग-अलग क्षेत्रों में अलग पहचान से लोगों को ठगने का काम कर रही थी, काशीपुर की यह रहने वाली हिना रावत पर कई तरह के गंभीर आरोप है, इस महिला का लंबा आपराधिक इतिहास बना हुआ है, यह महिला पुलिस की गिरफ्त में शायद कभी न आती अगर रुद्रपुर के ही रहने वाले दीपक कक्कड़ इसके जाल में न फंसते, और दीपक कक्कड़ इस महिला की पुलिस से शिकायत ना करते, उन्होंने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया कि, एक महिला उन्हें हाईकोर्ट की वकील बनकर मिली, दोनों के बीच बातचीत हुई, इसके बाद महिला ने पीड़ित को अपने प्रेम जाल में फंसाकर करीब पांच लाख रुपए हड़प लिए, आरोप है कि महिला ने दबाव बनाकर दीपक कक्कड़ से शादी भी की और फिर उसी के घर में रहने लगी, घर में रहने के बाद महिला पूरे परिवार को प्रताड़ित करने लगी, पैसे की डिमांड और आत्महत्या जैसे मामलों में परिवार को फसाने की धमकी देने लगी, इसके बाद दीपक कक्कड़ पुलिस के पास गए और महिला की शिकायत की, महिला को लेकर दीपक कक्कड़ ने जो पुलिस को जानकारी दी थी, वो सभी पुलिस की जांच में फर्जी निकली, पुलिस ने तत्काल रुद्रपुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज करके आगे की जांच शुरू कर दी, गिरफ्तारी के दौरान महिला के पास से ₹50000 नगद और फर्जी आधार कार्ड बरामद किए गए, लेकिन पुलिस को मामला पेचीदा लगा तो इस मामले में और जांच करने में जुट गई, और जांच में पुलिस को जो मालूम हुआ तो सबके होश उड़ गए।
पुलिस द्वारा गिरफ्तार महिला से जब सख्ती से पूछताछ की गई, तो पता चला कि उसके खिलाफ उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के अलग-अलग थानों में कई मुकदमे पंजीकृत हैं, महिला इन मुकदमों से बचने के लिए विदेश भागना चाहती थी, आरोपी महिला को विदेश भागने के लिए 30 लाख रुपये की जरूरत थी, जिसके लिए उसने दीपक को अपने झूठे प्रेमजाल में फंसाया व तरह-तरह से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया, पैसे न मिलने पर वह दीपक का मर्डर करने और आत्महत्या कर उसे व उसके परिवार को फंसाने की धमकी देती थी, वह दीपक पर दबाव डालकर फिरौती की 50 हजार रुपये की रकम ले ही रही थी, कि पुलिस ने उसे दबोच लिया, पुलिस ने जांच में यह भी पाया कि महिला कभी अपना नाम हीना रावत बताती तो कभी निकिता तो अभी अंकिता और इसी तरह से वो ठगी का जाल बिछा कर लोगों को फांस रही थी।
महिला अपराधों पर एक नजर / हीना रावत कभी खुद को एक सफल बिजनेसमैन बताती थी, तो कभी कुछ, हिना रावत नए-नए बिजनेस प्लान निवेशों का झांसा या साझेदारी की पेशकश करके लोगों को अपने रंगीले जाल में फंसाती थी, आकर्षक व्यापारिक को सौदों का लालच देकर उनसे मोटी रकम ऐंठ लेती थी, जिसके बाद वह गायब हो जाती थी, आरोपी महिला कभी खुद को नामी कंपनी का ब्रांड एंबेसडर के रूप में प्रस्तुत करती थी, वह ग्लैमर और ऊंचे संपर्कों का ढोंग करके लोगों को प्रभावित करती थी, इस पहचान का उपयोग करके वह उनसे विज्ञापन या इवेंट के नाम पर पैसे की वसूलती करती थी, जिसके बाद वह संपर्क तोड़ देती थी, हिना रावत ठेकेदार बनकर भी लोगों को लूटती थी, वह सरकारी या निजी परियोजनाओं के लिए बड़े-बड़े कॉन्ट्रैक्ट दिलाने का वादा करती थी, प्रोजेक्ट शुरू करने या टेंडर दिलाने के नाम पर वह सिक्योरिटी डिपॉजिट या अग्रिम भुगतान के रूप में मोटी रकम वसूल लेती थी, यह महिला खुद को हाईकोर्ट का एडवोकेट बताकर लोगों को ठगती थी, वह नामी वकीलों के नाम का इस्तेमाल करके कोर्ट के कामों को निपटाने का झांसा देती थी, इसके अलावा वह बड़े-बड़े अपराधियों से साठगांठ करके उन्हें कानूनी पचड़ों से निकालने के नाम पर पैसे ऐंठती थी,वह आपराधिक मामलों में रियायत दिलाने या जमानत दिलवाने का झूठा आश्वासन देकर मोटी रकम की भी वसूली करती थी।
मैट्रिमोनियल साइट के माध्यमों से अविवाहित बनकर ब्लैकमेलिंग / हीना रावत मैट्रिमोनियल साइटों पर खुद को अविवाहित और योग्य दुल्हन के रूप में पेश करती थी, वह लोगों को प्रेम जाल में फंसाकर शादी करती थी, और फिर उन्हें बलात्कार के झूठे मुकदमे में फंसा कर मोटी रकम ऐंठती थी, अपनी पहचान छिपाने और पुलिस से बचने के लिए हिना रावत लगातार अलग-अलग मोबाइल फोन और सिम कार्डो का उपयोग करती थी, यह उसके खिलाफ दर्ज कई मुकदमों में जांच को और अधिक जटिल बनाता था, पुलिस का मानना है कि हीना रावत के आकर्षक व्यक्तित्व और प्रभावशाली दिखावे के कारण बहुत से लोग उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराने से कतराते थे, सामाजिक प्रतिष्ठा और बदनामी के डर से कई पीड़ित अपनी ठगी या ब्लैकमेलिंग का शिकार होने के बावजूद चुप्पी साधे हुए थे, जिससे उसे और अधिक लोगों को ठगने का मौका मिलता था, फ़िलहाल पुलिस ने इस महिला के खिलाफ कई धाराओं में मुदकमा दर्ज कर लिया है, इतना ही नहीं उसका अपराधिक इतिहास बताता है कि वह कितनी शातिर थी।
अपराधिक इतिहास / उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के विभिन्न थानों में डेढ़ दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज।
साल 2018 में धारा 380 भादवि थाना मुखानी जनपद नैनीताल।
साल 2020 में धारा 386/388/389 भादवि कोतवाली मुरादाबाद उत्तर प्रदेश।
साल 2021 में धारा 384/504/506/34 भादवि थाना काशीपुर उधम सिंह नगर।
साल 2021 में धारा 323/406/420/506/120बी भादवि थाना ट्रांजिट कैम्प उधम सिंह नगर।
साल 2022 में धारा 384/506 भादवि थाना डिडोली जनपद अमरोहा उत्तर प्रदेश।
साल 2022 में धारा 420 भादवि थाना काशीपुर उधम सिंह नगर।
साल 2024 में धारा 384/386/420/504 भादवि थाना रुद्रपुर जनपद उधम सिंह नगर।
सास 2025 में धारा 420/506 भादवि थाना रुद्रपुर जनपद उधम सिंह नगर।
साल 2025 में धारा 386/420/504
भादवि थाना रुद्रपुर जनपद उधम सिंह नगर।