कुमाऊं ब्यूरो विशाल सक्सेना
लालकुआं बीजेपी नेता मुकेश बोरा की गिरफ्तारी नैनीताल पुलिस के लिए चुनौती साबित हो रही है, लगातार मुकेश बोरा पुलिस को चकमा देकर फरार चल रहा है।
अब जानकारी मिली थी कि बोरा नेपाल भाग सकता है, वहीं इस सूचना के बाद से पुलिस हाई अलर्ट मोड पर तैनात है, क्योंकि कहीं न कहीं बोरा की गिरफ्तारी न हो पाना पुलिस की नाकामी साबित हो रही है।
वहीं बीते शुक्रवार को पुलिस ने बोरा के दोनो घरों की कुर्की भी की,इसके साथ ही हाईकोर्ट ने बोरा की अग्रिम जमानत को नामंजूर कर दिया है।
जांच में सामने आया कि परिवहन विभाग का एक अधिकारी मुकेश बोरा के लिए मुखवारी कर रहा था, इसी की मुखबिरी के जरिये मुकेश उत्तराखंड की सीमा लांघकर उत्तर प्रदेश पहुंच गया।
मुकेश बोरा के मददगारों में सबसे बड़ा नाम ऊधमसिंहनगर में तैनात परिवहन विभाग के अधिकारी का आ रहा है, एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने बताया कि परिवहन अधिकारी ने न सिर्फ मुकेश बोरा की मदद की बल्कि वह उसे पुलिस की पल-पल की जानकारी दे रहा था।
उक्त अधिकारी के मोबाइल को कब्जे में ले लिया गया, उसके मोबाइल की जांच की जा रही है।
माना जा रहा है कि इसी अधिकारी की मदद से मुकेश उत्तराखंड की सीमा पार करने में कामयाब हुआ, अब पुलिस यह पता लगा रही है कि मुकेश बोरा कहां छिपा हो सकता है।
इसके अलावा मुकेश बोरा को भागने में मदद करने वाले, पुलिस की हर गतिविधि की जानकारी देने वालों का भी पुलिस पता लगा रही है।
एसएसपी ने साफ किया है कि मुकेश का हर मददगार उनकी नजर में है और सभी मददगारों पर कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस को अंदेशा है कि मुकेश बोरा व्हाट्सएप कॉल के जरिये अपने मददगारों के संपर्क में है, ऐसे में मुकेश बोरा से जुड़े कई लोगों की पुलिस कॉल डिटेल के साथ इंटरनेट प्रोटोकॉल डिटेल्स रिकॉर्ड भी खंगाल रही है।
मुकेश बोरा की आखिरी लोकेशन पुलिस को बरेली में मिली है, और माना जा रहा है कि वह नेपाल भाग सकता है, एसएसपी ने बताया कि अभी तक मुकेश बोरी की गिरफ्तारी के प्रयास में लगीं सभी सात टीमों को भंग कर दिया गया, सभी सात टीमें नए सिरे से गठित की गईं हैं और जल्द ही बोरा की गिरफ्तारी कर ली जाएगी।