देहरादून के सीने पर बैठकर 6 लोगों को अपनी जहरीली शराब से यमलोक की सैर कराने वाला अजय सोनकर उर्फ घोंचू भले ही आज गिरफ्तार भी हो गया है,और उसे पार्टी से भी निकाल दिया गया है लेकिन यह साफ है कि वह भाजपा का पदाधिकारी ही नहीं था, बल्कि फाइनेंसर भी था और भाजपा ने घोंचू को टिकट कोई अनजाने में नहीं दिया था, बल्कि इस बात को भलीभांति जानते हुए अपनी पार्टी में लाकर टिकट दिया था कि वह शराब तस्कर है।यहां इस वीडियो को देखने के बाद आपके सामने यह कांच की तरह साफ हो जाएगा कि भाजपा की अजय सोनकर उर्फ घोंचू से क्या सांठगांठ थी !
देखिए वीडियो
इस वीडियो में भाजपा के महानगर अध्यक्ष विनय गोयल साफ-साफ कह रहे हैं कि ,”चुक्खू वाला के प्रत्याशी अजय सोनकर घोंचू को कौन नहीं जानता कि वह शराब का कितना बड़ा तस्कर है लेकिन क्योंकि वहां से श्योर शॉट विनर है इसलिए उसे टिकट दिया है।”
विनय गोयल यहीं नहीं रुकते वह यह भी कहते हैं कि पार्टी सब कुछ जानती है लेकिन इन बातों को सीरियसली नहीं लेती या नही ,ये बात अलग है।
देहरादून में ही घोंचू की शराब से 6 लोग मौत की नींद में सो गए तो फिर मुख्यमंत्री को भी अपना सिंहासन हिलते दिखने लग गया और आनन-फानन में घोंचू से पल्ला छुड़वाने की कवायद की जाने लगी और मुख्यमंत्री ने कल शाम फिल्मी स्टाइल में एक स्टेटमेंट जारी किया कि “यह शख्स चाहे जमीन के नीचे हो या पानी के नीचे हो या आसमान में हो यह आदमी मुझे चाहिए।”
देखिए वीडियो 2
लेकिन यहां पर दिए जा रहे हैं मुख्यमंत्री के इस वीडियो में आप साफ़ देख सकते हैं कि मुख्यमंत्री के डायलॉग से उनके चेहरे के हावभाव जरा भी मैच नहीं कर रहे। यह कहीं से भी नहीं लगता कि दिल के उद्गार हैं। कोई नौसिखिया नुक्कड़ नाटक वाला भी इससे अच्छी एक्टिंग कर लेता है।
अजय सोनकर उर्फ घोंचू शराब का तस्कर है। यह भली-भांति जानते हुए पार्टी और भाजपा के महानगर अध्यक्ष विनय गोयल ने अजय सोनकर को पार्टी में शामिल किया था और उसकी पत्नी को भी टिकट दिया गया था।
अजय सोनकर घोंचू भाजपा नेताओं को चुनाव में शराब सप्लाई करता था। अजय सोनकर के ऊपर भाजपा के दो विधायकों का वरद हस्त है। जबकि कल ही सरकार में कैबिनेट मंत्री पद के दावेदार मुन्ना सिंह चौहान ने सरकार का बचाव करते हुए मीडिया में ताल ठोक कर सफेद झूठ बोला था कि अजय सोनकर घोंचू भाजपा का सदस्य नहीं था जब वह भाजपा का सदस्य नहीं था तो फिर आज विनय गोयल ने उसे निष्कासित कैसे कर दिया माननीय मुन्ना सिंह जी !
यह अलग बात है कि भाजपा में शामिल होने के बाद मुन्ना सिंह चौहान इतनी बार झूठ बोल चुके हैं कि उनकी जन सरोकार वाली छवि अब पूरी तरह से बीते जमाने की बात हो गई है।
कुछ दिन पहले ही अजय सोनकर उर्फ घोंचू ने भाजपा को ₹20 लाख की आजीवन सहयोग निधि का चेक भी सौंपा था।
अब जब भाजपा को घोंचू 20 लाख रुपए की आजीवन सहयोग निधि के साथ-साथ शराब की नदियां भी बहा रहा था, तब भला भाजपा को घोंचू से क्या परहेज होना था !
सरकार पर यहां पर एक सवाल तो खड़ा होता ही है जब शराब की नदियां बहाने की जरूरत थी तब भी सरकार को घोंचू चाहिए था और अब जब इसी नदी में 6 लोग डूब के चले गए तब भी सरकार को यही आदमी चाहिए।
जनता के आक्रोश को देखते हुए भाजपा ने भी आज घोंचू को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। और सरकार ने भी उसे गिरफ्तार कर लिया है।
भाजपा के महानगर अध्यक्ष विनय गोयल ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा है कि उन्हें समाचार पत्रों से और जनता से घोंचू के बारे में जानकारी मिली।”
विनय गोयल की प्रेस विज्ञप्ति का झूठ
यह विनय गोयल का दोगलापन नहीं तो और क्या है ! वह वीडियो में कहते हैं कि पार्टी सहित सब जानते हैं कि घोंचू शराब तस्कर है और आज विनय गोयल प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहते हैं कि, “घोंचू के बारे में पार्टी को भी पता नहीं था और उन्हें समाचार पत्रों और जनता से पता चला।”
इतना दोगलापन कहां से लाते हो माननीय महानगर अध्यक्ष जी !
लगता है आपको प्रशिक्षण देने वाला गिरगिट भी आपके दोगलेपन को देखकर शर्म से मर गया होगा।
अब पाठकों को यह अंदाजा लगाने में मुश्किल नहीं होगी कि नए जमाने की नई भाजपा को पार्टी विद डिफरेंस किस तरह से बनाया जा रहा है !
यानी जब कथनी और करनी में डिफरेंस दिखे तभी तो भाजपा पार्टी विद डिफरेंस कहलायेगी। भाजपा का एक स्टेटमेंट यह भी था कि घोंचू पहले कांग्रेस मे था। सही बात है तब तो कांग्रेस युक्त भाजपा से अलग उम्मीद की भी कैसे जा सकती है। इस पूरे एपिसोड से ऐसा लगता है अजय सोनकर तो सिर्फ नाम का घोंचू है। असली घोंचू तो त्रिवेंद्र सरकार है।