सांसद अनिल बलूनी और विधायक उमेश शर्मा काऊ गुजरात और मुंबई से सिलेंडर लाए, ये उनका एक सराहनीय कदम हैं । लेकिन काऊ और बलूनी की मेहनत पर पानी फेरते हुए उत्तराखंड सरकार ने सिलेंडर सहारनपुर देने के लिए हरिद्वार के डीएम को निर्देशित कर दिया हैं ।
उत्तराखंड में कोरोना अपने रिकॉर्ड को दिन प्रतिदिन तोड़ रहा है लेकिन उत्तराखंड सरकार उत्तराखंड पर ध्यान न देकर सहारनपुर से कुछ खास ही लगाव दिखा रही हैं ।उत्तराखंड सरकार का सहारनपुर से मोह जनता के गले नहीं उतर रहा हैं।
कोरोना के बढ़ते हुए संक्रमण के कारण देहरादून जनपद देश के टॉप 10 कोरोना संक्रमित जनपदों में शामिल हो चुका है।
कोरोना के विरुद्ध इस जंग में सभी विधायक एवं सांसद अपने अपने स्तर से जनता के लिए साधन जुटाने में लगे हैं ।
सांसद अनिल बलूनी , विधायक उमेश शर्मा काऊ गुजरात और मुंबई से सिलेंडर लाए, उनके ये प्रयास निसंदेह है प्रशंसनीय हैं।
कुछ दिन पूर्व कुंवर ब्रिजेश सिंह विधायक उत्तर प्रदेश,उत्तराखंड सीएम से मिलें। उन्होंने सहारनपुर के लिए पांच सौ सिलेंडर की मांग सीएम से रखी ।
मुख्यमंत्री जी ने तुरंत ही हरिद्वार डीएम को पांच सौ सिलेंडर सहारनपुर देने के लिये निर्देशित कर दिया।
एक तरफ ऑक्सीजन सिलेंडर मिल नहीं रहे हैं। उत्तराखंड की स्थिति को देखते हुए सांसद और विधायक ऑक्सीजन दूसरे राज्य से खरीद के लाए , पैसा उत्तराखंड के कोटे से गया ।
सहारनपुर के लिए पांच सौ सिलेंडर देने का मतलब हैं कि, उत्तराखंड में ऑक्सीजन फालतू थी ।
यहां सवाल यह आता हैं कि, गुजरात से ऑक्सीजन मंगवाने की जरूरत क्या थी ।
क्या केवल सोशल मीडिया में वाहवाही के लिए ।