नीरज उत्तराखंडी
पुरोला। राइका टिकोची में आपदा के चार माह बीतने के बाद भी आपदा के गहरे जख्म अभी नहीं भर पाये हैं। शासन प्रशासन की घोर उपेक्षा के चलते अव्यवस्था का आलम यह है कि कड़ाके ठण्ड में भी छात्र छात्राएँ खुले आकाश तले गीली मिट्टी में बैठकर मासिक परीक्षा तथा पठन पाठन करने को मजबूर हैं।
बताते चलें कि 18 अगस्त को क्षेत्र में आई भीषण आपदा में जल प्रलय से राजकीय इंटर कालेज के भवन कक्षा कक्ष अभिलेख तथा फर्नीचर बाढ की भेंट चढ़ गये। ढांचा गत सुविधाओं के अभाव में राजकीय इंटर कालेज टिकोची में अध्ययनरत छात्र छात्राएं खुले आकाश तले गीली मिट्टी में बैठकर मासिक परीक्षा तथा पठन पाठन करने को मजबूर है। कांग्रेस के युवा कार्य कर्ता मन मोहन रावत का कहना है कि इस संबंध में शासन प्रशासन को कई बार अवगत कराया गया, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया। स्थिति यह है कि बैठने की व्यवस्था न होने से छात्र कड़ाके की ठंड में खुले आकाश तले ठिठुरने को विवश है।
जब इस संबंध में जिलाधिकारी डा. आशीष चौहान से पूछा गया तो उनका कहना था कि व्यवस्था में किस स्तर पर ढील हुई है, वह इसका संज्ञान लेंगे तथा संबंधित अधिकारियों को तत्काल व्यवस्था सुधारने को निर्देशित करेंगे।