जयप्रकाश
श्रीनगर गढ़वाल —-प्रजापिता बह्माकुमारी ईश्वरीय विवि के कला एवं संस्कृति प्रभाग द्वारा रविवार को श्रीनगर के सर्राफा धर्मशाला में संस्कृति, संगीत और आध्यात्म का महोत्सव आयोजित किया जायेगा। इस शुभारंभ का प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी ने उन्हें शुभकामनाएं प्रेषित कि।
जबकि नशा मुक्त उत्तराखंड अभियान का भी शुभारंभ होगा। संस्कृति, संगीत और आध्यात्म से कैसे बुरे व्यसनों को अपने जीवन से मुक्त कर सकते है, इस पर विशेष पाठशाला होगी। वहीं देश के विभिन्न हिस्सों से आये सुप्रसिद्ध गायकों एवं कलाकारों की शानदार प्रस्तुतियां देखने को मिलेगी।
श्रीनगर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विवि के तत्वावधान में होने वाले कार्यक्रम में मुख्य वक्ता कला एवं संस्कृति विभाग अहमदाबाद की चेयरपर्सन राजयोगिनी बीके चंद्रिका दीदी ने कहा कि कला एवं संस्कृति से कैसे नशा मुक्त समाज को किया जा सकता है, इसके लिए प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विवि ने 18 फरवरी 2024 को उक्त प्रभाग का गठन तीन साल के लिए किया गया, जो देश के विभिन्न स्कूलों, कॉलेजों एवं संस्थानों के साथ ही कम्युनिटी में जाकर नशा मुक्ति पर कार्य करेगा।
इसके साथ ही आज के समय में प्रेम शांति और सद्भावना की कीतना महत्वपूर्ण है इस बात पर विशेष चर्चा की जायेगी। इस मौके पर राष्ट्रीय सांस्कृतिक कार्यक्रम के अध्यक्ष पंडित हेमंत गुरु महाराज ने कहा कि संगीत के माध्यम से नशे के प्रति कैसे युवाओं को दूर रखा जा सकता है, इसको लेकर लगातार कार्य किया जा रहा है। संगीत, ज्ञान और योग के माध्यम से नशा करने वाले युवाओं को आज बचाया है। कला संस्कृति के माध्यम से प्रजापिता बह्माकुमारी ईश्वरीय विवि ने अच्छा कार्य किया है। जिसको लेकर रविवार को विभिन्न जानकारी जनसमुदाय के सम्मुख रखी जायेगी।
उत्तराखंड के निदेशक बीके मेहरचंद ने कहा कि महोत्सव का शुभारंभ विधायक रूद्रप्रयाग भरत सिंह चौधरी एवं विधायक देवप्रयाग विनोद कंडारी मुख्य रूप से सम्मानित अतिथि रहेगे। जबकि कार्यक्रम में राजस्थान से प्रसिद्ध संगीतकार बीके सतीश भाई, बीके नितिन भाई, मुम्बई से बीके पुनीत मेहता, अंकित पांडे अपनी विभिन्न प्रस्तुतियां देगे। इसके साथ ही कला संस्कृति प्रभाग की नेशनल समन्वयक बीके पूनम, बीके प्रेम, बीके राधेश्याम गर्ग मुख्य रूप ये उपस्थित रहेगे। इस मौके पर बीके नीलम, बीके सरिता, बीके भोपाल सिंह चौधरी, बीना चौधरी आदि मौजूद थे।
वहीं कार्यक्रम में प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी को निमंत्रण दिया गया था, किंतु मुख्यमंत्री ने पत्र भेजकर कहा कि उनका काफी मन था कार्यक्रम में आने का लेकिन उनकी शासकीय व्यवस्ता के कारण नहीं आ पा रहे है, जिस पर उन्होंने प्रजापिता ब्रह्माकुमारी विवि को कार्यक्रम की अग्रिम शुभकामनाएं दी।