सोशल एक्टीविस्ट तथा पत्रकार उमेश कुमार ने कल मानवाधिकार आयोग उत्तराखंड को तीन शिकायत पत्र दिए गए थे, जिनमें एक शिकायत पत्र था छह साल की बच्ची की सांप के काटने से मौत के मामले को लेकर और एक शिकायत पत्र था क्वारंटाइन केंद्रों की बुरी हालत को लेकर एक शिकायती पत्र था। इसमे एक अन्य पत्रकार मे कोरोना के टेस्ट समय पर न होने और क्वॉरंटीन केंद्रो में गंदा कच्चा खाना मिलने की शिकायत की गयी थी। इसको लेकर उनकी तीनों शिकायतों का मानवाधिकार आयोग ने संज्ञान लिया और तीनों शिकायतों पर मानवाधिकार आयोग में केस दर्ज हो गया है।
याचिका मे ये बातें भी थी की कोरोना संक्रमितों की स्थिति इस राज्य में बहुत ख़राब है।
क्वारंटाइन सेंटर बद से बदहाल हालत में हैं। एक हाॅल में तीन सौ को ठहराया हुआ है। समय पर टेस्ट नहीं हो रहे हैं।