अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में योग शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें ‘स्वयं और समाज हेतु योग’ विषय के अंतर्गत ‘महिला सशक्तिकरण में योग के महत्व’ पर बल देते हुए योग के प्रचार प्रसार का आह्वान किया गया।
शुक्रवार को देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में देवभूमि मेडिकल कॉलेज ऑफ़ आयुर्वेद एंड हॉस्पिटल और एनएसएस विंग की ओर से अन्तर्राष्ट्रीय योग शिविर आयोजित किया गया, जिसमें ‘महिला सशक्तिकरण हेतु योग’ विषय पर विशेष बल दिया गया और महिलाओं को योग के प्रति जागरूक करते हुए योग शिक्षा का आह्वान किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय प्रबंधन और विभिन्न स्कूलों से सम्बद्ध महिला शिक्षकों ने योगासन किया। ओमकार से शिविर का प्रारम्भ हुआ, जिसके पश्चात ग्रीवा संचालन, ताड़ासन, तिर्यक ताड़ासन, कटी चक्रासन, सूर्य नमस्कार, वीरभद्रासन, शवासन सहित प्राणायाम के अंतर्गत नाड़ी शोधन, कपाल भाति, भ्रामरी, भस्त्रिका, सिताली और सित्कारी अभ्यास किये गए। अंत में शांति मन्त्र के बाद योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करने की प्रतिज्ञा ली गयी। विश्वविद्यालय कुलपति प्रोफ़ेसर डॉ प्रीति कोठियाल ने कहा कि माहिला सशक्तिकरण में योग की महत्वपूर्ण भूमिका है। घर के अंदर और बाहर महिलाओं को कई ज़िम्मेदारियां एकसाथ निभानी पड़ती हैं और इन ज़िम्मेदारियों को ऊर्जावान ढंग से निभाने के लिए योग एक बेहतरीन माध्यम है। महिलायें चाहें तो पूरा परिवार योग क्रियाओं को दैनिक दिनचर्या में शामिल कर सकता है, जिसकी हमें प्रतिज्ञा लेनी होगी। तब जाकर हम बेहतर समाज की परिकल्पना कर सकते हैं। इस अवसर पर डॉ मेघा बहुगुणा, डॉ मोनिका नेगी, रेखा ठाकुर, मानवी चोपड़ा, मिनाक्षी राजपूत, नीलम पैन्यूली सहित विश्वविद्यालय के मुख्य सलाहकार डॉ एके जायसवाल, डीन छात्र कल्याण दिग्विजय सिंह, एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी भूपेंद्र कुमार और गुंजन भटनागर आदि उपस्थित रहे।