छात्रवृत्ति घोटाले का खुलासा करने वाले युवक की गोली लगने से मौत। जांच में जुटी पुलिस
रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
हरिद्वार। उत्तराखंड के सबसे बड़े घोटाले छात्रवृत्ति घोटाले के खुलासे के लिए कोर्ट में पीएल लगाने वाले पंकज लाम्बा की गोली लगने से संदिग्ध परिस्थितियो में मौत हो गई है। हरिद्वार रानीपुर कोतवाली अंतर्गत सुमन नगर की वैद्य इन्क्लेव में एक कार्यक्रम में पंकज लाम्बा को लाइसेंसी पिस्टल से गले मे गोली लगने से मौत हो गई। सूचना मिलने पर जब पुलिस द्वारा पंकज को हॉस्पिटल ले जाया गया तो वहां डॉक्टरों ने पंकज को मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है कि, घटनाक्रम के वक्त वैध कॉलोनी में पंकज लांबा एक परिवार के साथ पार्टी कर रहे थे और दो नाबालिग लड़कियां पार्टी में शामिल थी। इस दौरान पंकज लाम्बा ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल एक नाबालिग लड़की को दे दी और नाबालिग लड़की ने जब गोली चलाई तो उसकी गोली सीधा पंकज लांबा के गले में जा लगी। मौकेेेे पर पहुंची पुलिस ने फॉरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया और फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है। वही पंकज के भाई ने इस घटनाक्रम में पुलिस पर लीपापोती करने का आरोप लगाते हुए घटना में निष्पक्ष जांच की मांग की है।
सीओ सदर संजय बिशनोई का कहना है कि, सुबह करीब 3 बजे सुमन नगर चौकी पर सूचना प्राप्त हुई की दुर्घटना वश गोली चलने से पंकज लांबा नामक युवक की मृत्यु हो गई है। सूचना देने वाले व्यक्ति पंकज लांबा को घायल अवस्था में अपने साथ सुमन नगर चौकी लेकर आए थे, जिसके बाद उन्हें सरकारी हॉस्पिटल उपचार के लिए भेजा गया। उपचार के दौरान डॉक्टर की टीम ने पंकज लांबा को मृत घोषित कर दिया गया। मौके पर गोली कैसे चली है किन परिस्थितियों में चली इसकी विवेचना और जांच पुलिस द्वारा की जा रही है। देहरादून से फॉरेंसिक टीम को भी जांच के लिए बुलाया गया है। मृतक पंकज लांबा मूल रूप से मेरठ के रहने वाले थे और वर्तमान समय में हरिद्वार में रह रहे थे। इस घटनाक्रम की सूचना मृतक के परिजनों को दे दी गई है। घटना के समय मौके पर मौजूद लोगों की जानकारी भी पुलिस द्वारा जुटाई जा रही है। इस मामले में पुलिस द्वारा अलग-अलग एंगल से जांच की जा रही है। जल्द ही घटना का खुलासा पुलिस द्वारा किया जाएगा।
वहीं पुलिस सूचना पर हरिद्वार पहुंचे मृतक पंकज लाम्बा के छोटे भाई इस घटना को बड़ी साजिश मान रहे है। पंकज लाम्बा के छोटे भाई अरुण लाम्बा का कहना है कि, यह सोची समझी साजिश है और यह योजना बना कर किया गया मर्डर है। स्थानीय पुलिस भी इस घटना की लीपापोती कर केस को बंद करना चाहती है। कुछ खनन माफिया पंकज लाम्बा के पीछे पड़े हुए थे और यह हत्या उनकी साजिश का नतीजा लगता है। एक दो दिन पहले खनन माफियाओं से पंकज का झगड़ा हुआ था, छात्रवृति घोटाले को लेकर भी इसमे जांच की जाने की आवश्यकता है।
सोशल एक्टिविस्ट और आरटीआई कार्यकर्ता पंकज लांबा की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत बड़े सवाल खड़े कर रही है। पंकज लांबा की मुहिम के कारण ही उत्तराखंड में सबसे बड़े घोटाला छात्रवृत्ति घोटाला उजागर हुआ है और कई सफेदपोश इस मुहिम की वजह से सलाखों के पीछे पहुंच चुके हैं। यही वजह है कि, इस घटनाक्रम में साजिशन हत्या के कयास लगाए जा रहे है। देखने वाली बात होगी कि पुलिस इस घटनाक्रम में जांच के बाद क्या खुलासा करती है।