सूचना का अधिकार अधिनियम 2005(आर टी आई) से हुआ सनसनीखेज खुलासा।मृत लाइनमैन को जीवित कर उससे लिया जा रहा काम तथा वेतन भी आहरित किया जा रहा है।
मामला रिखणीखाल,पौड़ी गढ़वाल से है, जहाँ पर आर टी आई कार्यकर्ता मंगत सिंह रमोला ने जन शक्ति रोजगार के तहत मृतक जितेन्द्र सिंह पुत्र श्री महिपाल सिंह ग्राम मुच्छेलगाव,पोस्ट गाडियू पुल,रिखणीखाल उत्तराखंड पावर कार्पोरेशन लिमिटेड में बतौर लाइनमैन रथुवाढाब गाडियू पुल पर कार्यरत दिखाया गया है।
जबकि जितेन्द्र सिंह का स्वर्गवास दिनांक 29/11/2020 को सड़क दुर्घटना में हो गया था।ये जानकारी आर टी आई के माध्यम से लोक सूचना अधिकारी व उपखण्ड अधिकारी जयहरीखाल ने 20/03/2021 को दी है।
क्या मृतक का वेतन भी आहरित किया जा रहा है? तो कौन इस धनराशि को हड़प रहा है, विभाग या ठेकेदार।ये जांच का विषय बना हुआ है।अब ऐसे ही और भी मृतक काम कर रहे होंगे और उनका वेतन आहरित किया जाता होगा।कब तक ऐसा चलता रहेगा।क्या यही जीरो टॉलरेंस था?