रिपोर्ट-लक्ष्मण सिंह नेगी
प्रदेश में पहली बार किसी जिलाधिकारी की ओर से की गई यह पहल
पहल से सरकारी डीजल-पैट्रोल की खपत हुई कम, अधिकारी समय पर भी पहुंचे जनता दरबार
ऊखीमठ। रुद्रप्रयाग जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने एक अभिनव पहल की है। डीएम स्वयं और जिले के सभी अधिकारियों के साथ बस में बैठकर एक दूरस्थ गांव में लगे शिविर में प्रतिभाग करने पहुंचे। रुद्रप्रयाग मे किसी जिलाधिकारी की ओर से पहली बार ऐसी पहल की गई है। इससे पहले सभी अधिकारी अपने- अपने वाहनों से पहुंचते थे, जिससे सरकारी डीजल-पैट्रोल की खपत अधिक होती थी, लेकिन अब जिले में ऐसा नहीं होगा। जहां भी जनता की समस्याओं को सुनने के लिये शिविर लगेंगे, वहां सभी अधिकारी बस के जरिये ही सफर करेंगे।
जनता की समस्याओं को सुनने के लिये अक्सर प्रशासन की ओर से दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में जनता दरबार का आयोजन किया जाता है। इन जनता दरबारों में अक्सर देखा जाता है कि कई अधिकारी पहुंचते ही नहीं और जो अधिकारी पहुंचते भी हैं वह समय पर नहीं पहुंचते हैं। इस बीच सभी अधिकारी अपने वाहनों से पहुंचते हैं, जिससे वाहनों का जमावड़ा लग जाता है और सरकारी डीजल-पैट्रोल की भी अधिक खपत होती है, लेकिन रुद्रप्रयाग में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने नई पहल की है। जिलाधिकारी स्वयं भी और सभी विभागीय अधिकारियों के साथ बस में सवार होकर जनता दरबार पहुंचे। एक ही बस में सभी अधिकारियों के सवार होने से जहां सरकारी डीजल-पैट्रोल की खपत कम हुई, वहीं सभी अधिकारी भी जनता की समस्याओं को सुनने के लिये पहुंचे। प्रदेश में यह पहल पहली बार हुई है।
वहीं रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत दूरस्थ गांवों में शिविर लगाये जाते हैं, जिसमें सभी अधिकारी अपने वाहनों से पहुंचते हैं। इससे समय भी और खर्चा भी ज्यादा होता है। एक ही बस में सवार होने से विभागीय अधिकारियों के बीच आपसी तालमेल भी होगा और सभी अधिकारी समय पर भी पहुंचेंगे। मदमहेश्वर घाटी के मनसूना में आयोजित जनता दरबार में पहुंचने से पूर्व जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने जूनियर हाई स्कूल पाली फापज में पठन – पाठन का जायजा लिया तथा नौनिहालो के साथ मध्याह्न भोजन ग्रहण कर विद्यालय में और अधिक संसाधन उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।