प्रदेश में लगभग 3000 पोलिंग बूथ बंद होने वाले हैं ऐसा इसलिए होगा क्योंकि प्रदेश के लगभग 3,000 प्राइमरी स्कूलों को हर हाल में बंद करने के निर्देश शिक्षा मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत द्वारा दे दिए गए है तो जो प्राइमरी स्कूल बंद होंगे,उनका सीधा असर पोलिंग बूथ पर भी जाएगाl
सरकार ऐसा इसलिए कर रही है क्योंकि लगभग 3,000 ऐसे स्कूलों को आंका गया है,जिनमें 5 से भी कम बच्चे रह गए हैं,ऐसे स्कूलों पर 5 बच्चों को पढ़ाने के लिए लगभग 100000 से भी अधिक का खर्च आ जाता है, जिसके चलते इन 3000 स्कूलों को हर हाल में बंद करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैंl
बंद होने वाले स्कूलों में जो बच्चे पढ़ रहे हैं उन्हें नजदीकी प्राइमरी विद्यालय में शिफ्ट करने का आदेश भी दिया गया हैl स्कूल तो बंद होंगे ही लेकिन इसका सबसे बड़ा असर पोलिंग बूथ पर भी जाएगा,जितने स्कूल बंद होंगे उतने ही पोलिंग बूथ भी बंद होंगेl
हालांकि सरकार शिक्षा को बढ़ाने का दावा तो बहुत करती है लेकिन पहले भी सैकड़ों स्कूलों पर ताला लग चुका है और अब फिर से 3000 स्कूलों पर ताला लगने जा रहा है इसका एक मुख्य कारण पलायन भी है मुख्यतः बंद होने वाले स्कूल पहाड़ी क्षेत्रों के हैं और इसका बड़ा कारण पलायन ही हैl
तो कहीं ना कहीं पलायन को रोकने में सरकार की नाकामी बच्चों के पढ़ाई के साथ-साथ पोलिंग बूथ पर भी असर डाल रही हैl
हालांकि सरकार ने स्कूलों को बंद करने का निर्णय इसलिए भी लिया है कि जब एक स्कूल में अधिक बच्चे होंगे तो वहां पर एकल अध्यापक व्यवस्था को बंद करके कम से कम 2 शिक्षकों को रखा जा सके, जिससे एक शिक्षक के अवकाश पर चले जाने के बाद भी स्कूल सुचारू रूप से चलता रहे l
वहीं पोलिंग बूथ बंद होने पर महानिदेशक विद्यालय शिक्षा ने बताया कि “स्कूल बंद होने के बाद भी वह प्रॉपर्टी सरकार की ही रहेगी,जिससे चुनाव के समय या अन्य कोई सरकारी कार्यक्रम के दौरान उन स्कूलों को खोला जा सकेगाl”