स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):-
उत्तराखंड उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जर्नल धनंजय चतुर्वेदी ने कहा कि, उत्तराखंड के विभिन्न न्यायालयों से जुड़े मजबूर और असहाय गवाहों के लिए आधुनिक और सुविधाजनक ई वैन की व्यवस्था की जा रही है।
उत्तराखंड उच्च न्यायालय कि ये सुविधा देश में पहली बार आम गवाह को दी जा रही है, जिसे मुख्य न्यायाधीश 15 अगस्त को हरी झंडी दिखाकर विदा करेंगे।
उच्च न्यायालय परिसर में एक पत्रकार वार्ता कर बताया कि इस सुविधा के बाद आम लोगों को न्यायालय पहुंचने के बजाए घर से ही अपने बयान न्यायालय तक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पहुचाने की सुविधा हो जाएगी ।
उन्होंने बताया कि जिन असहाय महिलाओं या अन्य लोगों को न्यायालय में गवाही देने में परेशानी होती है वहां यह वैन जाकर आसानी से उनके बयान या पक्ष संबंधित न्यायालय तक पहुंचा देगी ।
बताया कि जरूरतमंद की आवाज उनके संबंधित न्यायालय के माध्यम से जिला जज तक पहुंचेगी और वो इस ई वैन को व्यवस्था अनुसार जरूरतमंद के लिए उनके समीप पहुंचा देंगे ।
प्रदेश के सभी 13 जिलों में इस प्रकार की ई वैन स्थापित की जाएंगी और महत्व के अनुसार गवाह के समीप पहुचेंगे । आवेदन के नियम पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि समन ले जाने वाले राजस्व पुलिस कर्मी/पुलिस कर्मी, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पैरा वॉलेंटियर, अधिवक्ता और ऑनलाइन लिंक के माध्यम से आवेदक आवेदन कर सकते हैं ।
ये वैन प्रथम चरण में गढ़वाल के सुदूरवर्तीय टिहरी, चमोली और उत्तरकाशी के अलावा कुमाऊं में पिथौरागढ़ और चम्पावत में तैनात की जाएंगी ।
उन्होंने ये भी बताया कि उत्तराखंड देश का पहला राज्य है जहां न्यायालय में गवाही देने के लिए आम गवाहों को ई वैन की सुविधा दी जा रही है । मुख्य न्यायाधीश आर.एस.चौहान अपने अन्य जजों की उपस्थिति में 15 अगस्त के झण्डारोहण के बाद इन वैनों को तय स्टेशनों के लिए विदा करेंगे ।