कृष्णा बिष्ट
तीन वर्षों के बाद राज्य में वन विभाग में आरक्षी की परीक्षा 16 फरवरी को आयोजित की गई, जिसमें लगभग एक लाख छात्रों के करियर का सवाल था,लेकिन इस परीक्षा में अधिकांश परीक्षा केंद्र पर मोबाइल फोन जैसी डिवाइस की कोई चेकिंग नहीं हुई।
हालांकि ओएमआर मार्कशीट को वायरल करने वाले उम्मीदवार पर आयोग द्वारा तीन साल का प्रतिबंध लगा दिया गया है तथा भर्ती परीक्षा में नकल करने वाले गिरोह पर पुलिस ने अपना शिकंजा कस दिया है।
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नकल करने में शामिल कुछ छात्रों को पुलिस ने सरकारी गवाह बना दिया है। एसआईटी इस गिरोह के सरगनाओं को दबोच कर जल्दी ही कुछ नए खुलासे कर सकती है।
छात्रों का कहना है कि उनकी कोई तलाशी नहीं ली गई। इसका प्रूफ भी सामने आ गया,जब व्हाट्स के माध्यम से OMR copy वायरल हो गई। आयोग uksssc ने भी माना है कि इसमें गोपनीयता भंग हुई है।आगे भविष्य में ऐसा नहीं होगा, परन्तु छात्र इस परीक्षा का पुरजोर विरोध कर रहे हैं। वह इस परीक्षा को दोबारा कराने की मांग कर रहे हैं।
यहां भर्तियों में पारदर्शिता और नकल रोकने के लिए पिछले 3 सालों में आयोग ने बायोमेट्रिक हाजिरी, जैमर और ट्रिपल ओएमआर शीट जैसी व्यवस्थाओं को लागू किया लेकिन नकल गिरोह पर पूरी तरह शिकंजा नहीं कस पाया है। आयोग के सचिव संतोष बडोनी ने बताया है कि परीक्षा के दौरान मोबाइल का इस्तेमाल करने वाले परीक्षा केंद्र को नोटिस गया है।
पूरे राज्य में छात्र आंदोलन कर रहे हैं। उत्तराखंड बेरोजगार संघ के मुख्य संरक्षक पीसी पंत जी ने यह कहकर सरकार को चुनौती दी है कि यदि इस परीक्षा को दोबारा करने की घोषणा नहीं हुई,तो वह 29 फरवरी से राज्य के छात्रों के साथ परेड ग्राउंड धरना स्थल पर अपना आमरण अनशन शुरू कर देंगे।
खबर है कि पीसी पंत का भारी संख्या में राज्य के छात्र समर्थन करते हैं। लगातार फेसबुक पर छात्रों के द्वारा देहरादून चलने की मुहिम चलाई जा रही है।
पीसी पंत से हुई बातचीत में उन्होंने पर्वत जन को बताया कि उनकी मांग सरकार से मुख्य दो मुद्दों पर रहेगी।
1- फॉरेस्ट गार्ड परीक्षा को पारदर्शी तरीके से अगले 100 दिन के अंदर में दोबारा कराए।
2- सरकार रोज अख़बारों और वीडियो जारी करके यह कह रही है कि रोजगार वर्ष मनाएंगे, बंपर भर्ती अभियान चलाएंगे,तो कृपया अपने रोजगार वर्ष के लिए भर्ती का कलेंडर जारी करें।
पंत ने बेरोजगारों को 29 फरवरी को परेड ग्राउंड देहरादून आने का आह्वान करते हुए कहा कि सरकार लगातार छात्रों को गुमराह कर रही है।