मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार में जीरो टोलरेंस को लेकर चाहे जितनी गाल बजाए जाए लेकिन हकीकत यह है कि जिन गुप्ता बंधुओं को अमेरिका ने भी गुरूवार को काली सूची में डाल दिया है, उनको त्रिवेंद्र सरकार गोद में बिठाए घूम रही है।
त्रिवेंद्र ने दी वाई कैटिगरी सुरक्षा,औली मे कराई शादी
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सत्ता में आते ही उन्हें वाई कैटेगरी की सुरक्षा भी प्रदान की, जबकि वह भारत के नागरिक ही नहीं है। यही नहीं दक्षिण अफ्रीका की जैकब जुमा के नेतृत्व वाली सरकार को डुबोने वाले जिन गुप्ता बंधुओं पर अफ्रीका में धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े के कई मुकदमे दर्ज हैं, त्रिवेंद्र सिंह रावत को उनके भाई बंधुओं के बगल गीर होने में भी कोई गुरेज नहीं है।
गुप्ता बंधुओं से संबंधों की तस्वीरें
पर्वतजन को एक तस्वीर प्राप्त हुई है, जिसमें त्रिवेंद्र सिंह रावत इन्हीं गुप्ता बंधुओं के बगल में बैठकर डिस्कवरी पर चल रहे बेयर ग्रिल्स के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रोग्राम को देख रहे हैं। त्रिवेंद्र ही नही बल्कि प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट सहित लगभग पूरी सरकार ही इस हाॅल मे है।
इन तस्वीरों मे एक गुप्ता बंधुओं का जीजा अनिल गुप्ता है। अब क्योंकि गुप्ता बंधु काफी चर्चित हैं, इसलिए सबके सामने उनसे कोई नहीं मिलना चाहेगा ऐसे मे गुप्ता बंधुओं के जीजा अनिल गुप्ता सरकार में सारे काम संभालते हैं।
तथा एक अन्य सुमित अदलखा है। सुमित अदलखा ही मीडिया मैनेज करता है और बड़े-बड़े लोगों के पास गुप्ता बंधुओं द्वारा सुमित अदलखा ही जाता है।
अमेरिका ने किया ब्लैक लिस्ट
अमेरिका ने कल अजय गुप्ता और अतुल गुप्ता बंधुओं सहित सलीम एस्सा को भी ब्लैक लिस्ट कर दिया है। दक्षिण अफ्रीका में व्यापक भ्रष्टाचार करने के कारण अमेरिका के वित्त विभाग ने इनको काली सूची में डालने की घोषणा की है।
अमेरिका ने बताया कि इनका भ्रष्टाचार का बड़ा नेटवर्क है। और यह लोग रिश्वतखोरी करते हैं। अमेरिका के कनिष्ठ वित्त मंत्री ने बताया कि गुप्ता परिवार ने राजनीतिक संबंधों का फायदा उठाकर भ्रष्टाचार किया और घूस देकर सरकारी अनुबंध हासिल किए और सरकार की संपत्तियों का गबन किया।
औली का मल मूत्र उत्तराखंड के हिस्से
पाठकों को याद होगा की औली में गुप्ता बंधुओं की शादी में वेटरों की तरह घूमने वाले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उनकी शादी में तामझाम जुटाने के लिए पूरी सरकार को झोंक दिया था और जब उनसे सवाल किए गए तब त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बेहद बेशर्मी से जवाब दिया था कि इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और उत्तराखंड वेडिंग डेस्टिनेशन बन जाएगा। जबकि गुप्ता बंधुओं के जाने के बाद उत्तराखंड के हिस्से मे गुप्ता बंधुओं के मेहमानों का मल मूत्र और कूड़ा ही आया था।
हाईकोर्ट ने भी इस इंतजामात पर नाराजगी जताई थी और कहा था कि यदि थोड़ा पहले पता चलता तो वह ऐसा कार्यक्रम होने ही नहीं देते।
पर्वतजन के सूत्रों के अनुसार गुप्ता बंधुओं के साथ त्रिवेंद्र सरकार में शामिल कई लोगों के गुप्त व्यावसायिक रिश्ते भी हैं,जिनकी जांच किए जाने पर आश्चर्यजनक खुलासे हो सकते हैं।
त्रिवेंद्र सिंह रावत के जीरो टोलरेंस की वाकई दाद देनी पड़ेगी। उनकी भ्रष्टाचार और जीरो टोलरेंस की परिभाषा कितनी विशाल हृदय वाली है कि उसमें गुप्ता बंधु जैसे लोग भी समा सकते हैं। वाकई उत्तराखंड की जनता त्रिवेंद्र सिंह रावत की जीरो टोलरेंस सरकार से बेहद गदगद हो रही है।