स्टोरी(कमल जगाती, हल्द्वानी):- ऊत्तराखण्ड के हल्द्वानी में हालातों का जायज़ा लेने के लिए मुख्य सचिव राधा रतूड़ी के साथ प्रदेश के डी.जी.पी.अभिनव कुमार घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने अस्पताल में घायलों के हाल जानने के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक करी।
जिलाधिकारी ने एक पत्रकार वार्ता कर बताया कि सरकारी जे.सी.बी.और वाहनों को जलाया गया है। कहा कि इसे साम्प्रदायिक न बनाया जाए।
कर्फ्यू लागू किया गया है इसलिये हालात सुधरने तक किसी को भी संवेदनशील क्षेत्र में प्रवेश की अनुमाती नहीं रहेगी। आज सवेरे साढ़े दस बजे मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, डी.जी.पी.अभिनव कुमार और ए.डी.जी.लॉ एंड आर्डर ए.पी.अंशुमान हेलीकाप्टर से एफ.टी.आई.के हैलीपेड पर उतरे।
उन्होंने डी.आई.जी.योगेंद्र रावत, जिलाधिकारी वंदना सिंह और एस.एस.पी.प्रह्लाद सिंह मीणा आदि जिम्मेदार अधिकारियों के साथ बन्द कमरे में हालातों पर मंत्रणा की। सभी ने पहले सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती मरीजों का हाल जाना और फिर उपद्रवियों द्वारा जलाई गई वनभूलपुरा चौकी का भी निरीक्षण किया।
बताया गया है कि गुरुवार शाम से रात तक कुल 124 लोगघायल हो गए थे जिनका बेस और सुशील तिवारी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
इसमें अतिक्रमण तोड़ने गए नगर निगम, पुलिस कर्मी और मीडिया के लोग शामिल हैं। हालांकि मौतों की संख्या को लेकर कोई स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आ रही है और प्रशासन भी कोई सूचना देने से कन्नी काट रहा है। संवेदनशील वनभूलपुरा क्षेत्र में घुसने की किसी को भी अनुमती नहीं दी जा रही है।
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा कि उन्होंने हालातों का जायज़ा ले लिया है जिसे मुख्यमंत्री के सामने रखा जाएगा। सरकार उसके बाद ही कोई फैसला लेगी। डी.जी.पी.अभिनव कुमार ने कहा कि हालातों को काबू में ले लिया गया है। माहौल थोड़ा संवेदनशील है लेकिन जल्द कंट्रोल कर लिया जाएगा।