इंद्रजीत असवाल
पौड़ी गढ़वाल
सतपुली :
पहाड़ी इलाकों सड़कों पर जल संस्थान द्वारा बड़ी संख्या में हैंडपंप लगाए गए हैं जिनका फायदा अधिकतर होटल वाले या फिर कोई विजनेश मैन या प्रभावशाली लोग कर रहे है|
विगत वर्ष में ज़हरीखाल में एक NGO द्वारा एक हैंडपंप पर मोटर लगाकर उसे जनता के लिये बंद कर दिया गया था| उक्त मामले में धरना प्रदर्शन किया गया था जिसके बाद NGO द्वारा मोटर हटा दी गई थी| ये ngo डॉक्टर हरक सिंह रावत के बहू अनुकीर्ति गुसाईं रावत का है|
विगत कुछ वर्षों पहले द्वारीखाल ब्लॉक के भल्ली सैण गांव में सतपुली बंघाट रोड पर एक हैंडपंप लगा था| जिस पर अब सतपुली के hp गैस एजेंसी के मालिक मंजू रावत द्वारा मोटर लगाकर निजी उपयोग किया जा रहा है व इस हैंडपंप के बोरिंग पाइप भी धरती से निकाल दिए गए है|
अब सवाल खड़ा होता है कि, बिना परमिशन के मोटर कैसे फिट कर दी गई व बिना परमिशन के कैसे सरकारी संपत्ति को निजी उपयोग के लिए गैस ऐजेन्सी की मालिक द्वारा तोड़ फोड़ लिया गया|
मंजू रावत (जिनके द्वारा बिना परमिशन के सरकारी हैंडपंप पर मोटर लगाई गई है)का कहना है कि, उन्होंने विभाग से परमिशन ले रखी है|
जबकि मंजू रावत के पति का कहना है कि, उनके द्वारा विभाग को सूचित किया गया है व मोटर लगाने की परमिशन के लिए पत्र दिया गया है|
जल संस्थान के अधिकारियों का कहना है कि, केवल आंगनबाड़ी, स्कूल आदि के लिए दी जाती है| हैंडपंप पर मोटर लगाने की परमिशन किसी के निजी उपयोग के लिए कोई भी परमिशन नही दी जाती है| उक्त मामला अभी संज्ञान में आया है मौके पर जाकर उचित कार्यवाही की जाएगी|
सूत्रों से जानकारी मिली है कि, ज़हरीखाल ब्लॉक के सिसलडी से आगे एक होटल मालिक द्वारा व गुमखाल से कोटद्वार पर भी कई ढाबे व होटल मालिकों के द्वारा सरकारी हैंडपंप पर मोटर लगाकर उनको पब्लिक के लिए बन्द कर दिया गया है|
आपको बता दें कि पहाड़ो में बोरिंग की परमिशन नही है परन्तु कई जगहों पर बोरिंग भी की गई है|