स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):-
उत्तराखंड के लालकुआं में एक हथनी ने रेलवे ट्रैक पर चल रहे अपने बच्चे की जान बचाने के लिए अपनी कुर्बानी दे दी, हालांकि दर्दनाक बात ये रही कि उसका बच्चा भी ट्रेन की चपेट में आने से मौत की नींद सो गया ।
ट्रेन के चालक ने ट्रेन को हाथियों के आक्रोश से बचाने के लिए तत्काल वापस स्टेशन पहुंचा दिया । वन विभाग ने मृत हाथियों का पोस्ट मॉर्टम कर हाथियों के झुण्ड को जंगल की तरफ खदेड़ दिया ।
उधम सिंह नगर से लालकुआं होते हुए आगरा फोर्ट बुधवार सवेरे रामनगर के लिए जा रही थी । प्रत्यक्षदर्शियो के अनुसार, जैसे ही आगरा फोर्ट टांडा जंगल के समीप पहुंची तो रेलवे ट्रैक पर हाथियों का एक झुण्ड रेल पटरी को पार कर रहा था। हाथी का एक बच्चा रेलवे ट्रैक के बीचों बीच चल रहा था। सामने से ट्रेन आते देख हथनी ने बच्चे को सावधान करने के लिये चिंघाड़ लगाईं, लेकिन बच्चा रेलवे ट्रैक से हटा नहीं।
बताया गया कि अपने बच्चे को बचाने के लिये हथनी रेलवे ट्रैक पर जा पहुंची,लेकिन तब तक देर हो चुकी थी, हथनी और उसका बच्चा दोनों ट्रेन की चपेट में आ गए ।
उग्र हाथियों का झुण्ड रेलवे ट्रैक पर जमा हो गया और वहा कई घंटे तक जमा रहा, जिससे कई रुट की ट्रेने बाधित हो गई। गनीमत यह रही कि चालक ने सूझबूझ दिखाते हुए ट्रेन को तुरंत वापस सिडकुल हाइट स्टेशन पहुंचा दिया, जिससे यात्रियों की जान बच सकी ।
वन विभाग और रेलवे प्रशासन तत्काल मौके पर पहुंचा और मुआवना किया। घंटों की मशक्कत के बाद हाथियों को रेलवे ट्रैक से हटाया गया। हाथी और उसके बच्चे का मौके पर पोस्टमार्टम किया गया।
मुख्य वन संरक्षक पश्चिमी वृत्त राहुल सिंह ने बताया कि वन विभाग की टीम ने हाथियों के झुंड को वापस जंगल की तरफ खदेड़ दिया है। हाथियों के झुण्ड का रेलवे ट्रैक पार करते समय यह हादसा हुआ है।