देहरादून। श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर की ओर से मशरूम खेती, मशरूम की विभिन्न प्रजातियों व मशरूम उत्पादन से होने वाली आय सम्बन्धित विभिन्न जानकारीप्रद बिन्दुओं पर आधारित विवरणिका तैयार की गई है।
विवरणिका में आमजन एवम् विद्यार्थियों को मशरूम से जुड़ी महत्वपूर्णं जानकारियां दी गई हैं। मशरूम विवरिणा का विमोचन विश्विद्यालय के कुलपति डॉ यू.एस.रावत ने किया। विवरणिका में मशरूम की विभिन्न प्रजातियों के उत्पादन सम्बन्धी पूरी जानकारी बड़े ही सरल शब्दों मंे लिखा गया है।
इसका उद्देश्य यह है कि आमजन, किसान, छात्र-छात्राएं व शोधार्थी मशरूम उत्पादन से जुड़े वैज्ञानिक बिन्दुओं को सरलता से समझ सकें व इस क्षेत्र में आमदानी की नई सम्भावना को तलाशते हुए व्यावसियक क्षेत्र में कदम बढ़ा सकें।
मशरूम विवरिणा के लेखक एवम् एसोसिएट प्रोफेसर डॉ दीपक सोम ने बताया कि मशरूम उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए इस विवरणिका को आमजन तक पहुंचाने का भरपूर प्रयास किया जाएगा।
डीन प्रो. मनीषा सिंह ने इस मौके पर अपना हर्ष व्यक्त किया तथा बताया कि आने वाले समय में भी विभिन्न तकनीकों पर ऐसी विवरणिका का प्रकाशन किया जाता रहेगा। इस अवसर पर डॉ अनिल सक्सैना, डॉ हितेन्द्र चौहान, सृष्टि गुलाटी, नागेन्द्र आदि उपस्थित रहे।
बॉक्स समाचार
श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय ने गोद लिया मेहरवाना गांव
मेहरावना गांव, विकासखण्ड चकराता की ओर से श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय को एक प्रस्ताव प्राप्त हुआ था। प्रस्ताव में मेहरवाना गांव के ग्राम प्रधान की ओर से कृषकों की समस्याओं के समाधान हेतु गांव को गोद लेने की पेशकश की गई थी। इस प्रस्ताव को कियान्वित करते हुए श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय ने मेहरावना गांव को गोद लिया है। श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के कृषि संकाय से विशेषज्ञों की एक टीम गुरुवार को मेहरावना गांव का दौरा करेगी। मेहरावना गांव के करीब 500 कृषकों को आधुनिक कृषि व कृषि कार्य में आमदनी बढ़ाने को लेकर विशेषज्ञ अनुभव सांझा करेंगे। विश्वविद्यालय के कृषि संकाय के वैज्ञानिक समय समय पर कृषकों की समस्याओं को सुलझाएंगे।