9 ग्राम सभाओं का एकमात्र राजकीय एलोपैथिक चिकित्सालय चल रहा है एक फार्मासिस्ट के भरोसे |
यूँ तो पहाड़ों में शिक्षा स्वास्थ्य के वजह से ही पलायन हुआ है और हो रहा है , लेकिन साथ ही पहाड़ के किसी भी अस्पताल की बात की जाये तो स्टाफ कही भी पूरा नहीं है , मुख्यमंत्री जी के गृह जन पद के विधानसभा लैंसडाउन ब्लॉक रिखणीखाल के द्वारी में 1975 का अस्पताल जो कि 9 ग्राम सभाओं का एकमात्र राजकीय एलोपैथिक चिकित्सालय है, ये आज भी किराये के भवन में चल रहा है|
जबकि स्वास्थ्य विभाग खुद मुख्यमंत्री के पास है l जब ये हाल खुद मुख्यमंत्री के गृह जन पद का हो तो अन्य की बात क्या करनी l यह चिकित्सालय सिर्फ एक फार्मासिस्ट के भरोसे चल रहा है lजबकि यहाँ पर एक डॉक्टर फार्मासिस्ट, वार्डब्वाय , सफाई कर्मचारी होना चाहिए| लेकिन यहाँ पर केवल एक फार्मासिस्ट ही है l
ग्राम प्रधान नावेतली महिपाल रावत का कहना है कि सरकार ने 9 ग्राम सभाओं का स्वास्थ्य केवल एक फार्मशिष्ट के भरोसे छोड़ रखा है और अस्पताल के लिए 45 सालों में भी भवन नही बन पाया|