देहरादून में किट्टी/कमेटी के गोरखधंधे में एक के बाद एक लगातार खुलासे होते जा रहे हैं। इसी कड़ी में तारा राजपूत सहित कई महिलाओं ने एसएसपी से शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई है।
तारा राजपूत निवासी 21 एमआईजी एमडीडीए कालोनी, थाना नेहरू कालोनी ने एसएसपी को लिखित शिकायती पत्र में कहा है कि राजकुमार छाबड़ा पुत्र रामदास छाबड़ा, निवासी सहारनपुर रोड, पारस वैडिंग प्वाइंट द्वारा किट्टी/कमेटी के लिए उनसे संपर्क किया गया। इस पर राजकुमार छाबड़ा ने उनसे कमेटी के नाम पर 6 लाख रुपए ले लिए। यह धनराशि कुछ चैक एवं कुछ नकद दी गई। तारा राजपूत के अलावा सोनिया शर्मा, यशिका शर्मा, सपना मेहरा, इमरान खान, वकीला खान, सीमा उप्रेती, नंदिनी तोमर एवं मीनू चौधरी ने भी राजकुमार छाबड़ा के यहां किट्टी/कमेटी डाल दी तथा इनके द्वारा भी तीन लाख रुपए दे दिए गए।
इस प्रकार इन सभी महिलाओं ने कमेटी में लगभग नौ लाख रुपए दिए हैं। जब उनकी कमेटी/किट्टी पूरी हो गई तो उन्होंने अपने पैसे वापस मांगे। इस पर राजकुमार छाबड़ा पहले तो टालमटोल करने लगा, लेकिन जब सभी महिलाओं ने उस पर दबाव बनाया तो राजकुमार छाबड़ा उनके साथ गाली गलौच करके कहने लगा कि मैं तुम्हारा पैसा नहीं दूंगा। महिलाओं से अभद्रता करने के साथ ही राजकुमार छाबड़ा बोला- मैं पत्रकार हूं, तुमसे जो होता हो कर लो।
धोखाधड़ी का शिकार तारा राजपूत व अन्य महिलाओं का कहना है कि राजकुमार छाबड़ा द्वारा कमेटी के नाम पर उनसे नौ लाख रुपए लेकर उनके साथ धोखाधड़ी की गई है। अब अपने रुपए वापस मांगने पर पत्रकार होने का रौब दिखाते हुए उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है। पीडि़त महिलाओं ने उनकी रिपोर्ट दर्ज कर राजकुमार छाबड़ा के विरुद्ध कठोर कानूनी कार्यवाही की मांग की है।
वहीं कशिश भंडारी, गोपाल चोपड़ा एवं मंजू चोपड़ा ने भी राजकुमार छाबड़ा पर कमेटी के पैसे हड़पने का आरोप लगाते हुए एसएसपी देहरादून से शिकायत की है। तीनों पीडि़तों ने कहा कि राजकुमार छाबड़ा के यहां उन्होंने 40 हजार की कमेटी डाली थी। इसके अलावा उन्होंने एक और 30 हजार रुपए की कमेटी शुरू की थी। जिसकी 6 किश्तें दी जा चुकी है। लेकिन पीडि़तों ने आगे की किश्तें देनी इसलिए बंद करनी पड़ी, क्योंकि राजकुमार छाबड़ा ने पिछली कमेटी का चार लाख रुपए का उन्हें भुगतान नहीं किया था। जब उन्होंने अपने रुपए वापस मांगे तो पहले तो राजकुमार ने टालने की कोशिश की। जब दबाव बनाया गया तो उन्हें छाबड़ा ने डेढ़ लाख का चैक दे दिया। इसके बाद और रुपए देने से मना कर दिया और जान से मारने की धमकी देते हुए प्रैस का रौब दिखाने लगा। राजकुमार छाबड़ा ने कहा कि मेरी अखबार छापने की प्रैस है, तुम लोग मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकते और मैं तुम्हें कहां गायब करवा दूंगा, तुम्हें पता भी नहीं चलेगा।
तीनों पीडि़त लोगों ने एसएसपी को लिखित शिकायती पत्र देकर राजकुमार छाबड़ा के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कर कड़ी कानूनी कार्यवाही करने की मांग की है। इसके अलावा उन्हें व उनके परिवार को सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग भी की गई है।
बहरहाल, देखना यह है कि अवैध रूप से चल रहे किट्टी के इस धंधे में ठगी का शिकार हुई महिलाओं को उनके पैसे वापस मिल पाते हैं या नहीं!