आज उत्तराखंड की डबल इंजन सरकार देहरादून में अपने विधायकों के साथ 3 साल का कार्यकाल पूरा होने पर मंथन कर रही है। यह मंथन दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी की करारी हार के बाद तब होने जा रहा है, जब उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और पूर्व मुख्यमंत्री व वर्तमान में केंद्र सरकार में मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक दिल्ली के स्टार प्रचारकों में थे।
उत्तराखंड की ओर से भारतीय जनता पार्टी की बहुत बड़ी फौज केजरीवाल को हराने गई थी, किंतु खाली हाथ लौटी, क्योंकि अब 3 वर्ष पूरे हो चुके हैं और क्षेत्र में बताने के लिए ज्यादा कुछ नहीं है। राष्ट्रवाद की अफीम का भी अब विधानसभा चुनाव में असर नहीं हो रहा है, ऐसे में विधायकों के साथ इस मंथन कार्यक्रम से क्या निकल कर आता है, यह देखने वाली बात होगी।