श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय में 2023 के पासआउट छात्रों और होनहार प्रतिभावान छात्रों के सम्मान में आयोजित चार दिवसीय लक्षणा समारोह का रंगारंग प्रस्तुतियों के साथ समापन हुआ. कार्यक्रम में विभिन्न स्कूलों के सैकड़ों छात्र छात्राओं को स्वर्ण पदक, रजत पदक और कांस्य पदक के साथ ही सर्टिफिकेट भी प्रदान किए गए|
अंतिम दिन स्कूल ऑफ़ फार्मास्यूटिकल साइंसेज, स्कूल ऑफ योगिक साइंसेज एंड नेचुरोपैथी, स्कूल ऑफ पैरामेडिकल एंड एलाइड साइंसेज, स्कूल ऑफ मनेजमेंट एंड कॉमर्स स्टडीज, स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर साइंसेज के द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में छात्रों ने बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया|
इस समारोह की खास बात रही कि मेरिट वाले छात्र तो सम्मानित हुए ही साथ ही खेल, सांस्कृतिक कार्यक्रमों में अव्वल रहने वालों के साथ ही अनुशासन और अव्वल हाजिरी के लिए भी छात्रों को मैडल दिए गए।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने सभी स्कूलों के पदक हासिल करने वाले प्रतिभाशाली छात्र छात्राओं को अपनी शुभकामनाएं व आशीष देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय से बहुत कम फीस में गुणवत्तापरक शिक्षा हासिल करके विद्यार्थी संस्थान के साथ ही उत्तराखण्ड प्रदेश और देश का नाम भी रौशन करेंगे। साथ ही उन्होंने इस कार्यक्रम के आयोजकों, संकायध्यक्षों, विभागाध्यक्षों और शिक्षकों को इस कार्यक्रम को सफलतापूर्वक आयोजित करने के लिए शुभकामनाएं दी|
इस अवसर पर कार्यक्रम में उपस्थित श्री गुरु राम राय एजुकेशन मिशन के अधिकृत हस्ताक्षर करता श्री विजय नौटियाल ने छात्र-छात्राओं के बेहतर भविष्य की कामना करते हुए उन्हें आशीष प्रदान किया|
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो डॉ यशवीर दीवान ने कहा कि किस प्रकार के कार्यक्रम छात्रों के उत्साहवर्धन के लिए लगातार होते रहने चाहिए| उन्होंने सभी संकाय अध्यक्षों को भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने की प्रेरणा दी|
इस अवसर पर कुलसचिव डॉ अजय कुमार खंडूड़ी ने कहा कि विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राओं कोे बेहतरीन पढ़ाई व सर्वागीण व्यक्तित्व विकास का माहौल मिले। नो ने पास आउट छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि वे उच्च शिक्षा के लिए अपने विश्वविद्यालय का चयन करते हैं तो उन्हें हर आगे पढ़ाई में छूट दी जाएगी| साथ ही जो छात्र पास आउट हो चुके हैं उन्हें एलुमनाई संबंधों के तहत विश्वविद्यालय के विकास के लिए कार्य करना चाहिए, जिससे अन्य छात्र भी उनकी उपलब्धि से प्रेरणा ले सकें|
इस अवसर पर गीत, संगीत और नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति से छात्र छात्राओं ने सभी का मन मोह लिया|
एसजीआरआर एलुमनाई एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ विपुल जैन ने उपस्थित छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि पास आउट होने वाले छात्र एलुमनाई एसोसिएशन के साथ जुड़े और विश्वविद्यालय के विकास में सहयोगी बने| साथ ही अन्य छात्रों के लिए प्रेरणा भी ऐसे छात्र बनेंगे|
स्कूल ऑफ फार्मास्यूटिकल साइंसेज की डीन डॉ दिव्या जुयाल बताया कि उनके 20 मेधावी छात्रों को आज के कार्यक्रम में मेडल और सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया|
स्कूल ऑफ योगिक साइंसेज एंड नेचुरोपैथी की डीन प्रोफेसर सरस्वती काला ने जानकारी देते हुए बताया कि उनके स्कूल के 15 छात्रों को पुरस्कृत किया गया| उन्होंने प्रतिभावान छात्र छात्राओं के उज्जवल भविष्य के लिए उन्हें शुभकामनाएं भी दी|
स्कूल ऑफ पैरामेडिकल एंड अप्लाइड साइंसेज की डीन डॉ कीर्ति सिंह ने बताया कि 38 प्रतिभावान छात्रों को आज के समारोह में सम्मानित किया गया| उन्होंने कहा कि पासआउट छात्र सुखद और उपलब्धि भरी यादें लेकर जाएं और अपने जूनियरों के लिए भी सहायक बनें।
वही स्कूल ऑफ मैनेजमेंट की डीन डॉ पूजा जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि उनके स्कूल के 45 प्रतिभावान छात्र छात्राओं को पदक मिलना स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के लिए गौरव की बात है|
स्कूल ऑफ़ एग्रीकल्चर साइंसेज की डीन डॉ प्रियंका बनकोटी ने बताया कि उनके स्कूल के 20 प्रतिभावान छात्रों को सम्मानित किया गया|
सभी स्कूलों के डीन ने अपने छात्र-छात्राओं को मार्गदर्शन देते हुए आगे भी इसी प्रकार अव्वल प्रदर्शन करने का आह्वान किया|
कार्यक्रम के अंत में इस चार दिवसीय कार्यक्रम के समन्वयक प्रोफेसर मनोज गहलोत ने धन्यवाद ज्ञापन दिया| उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय मैं छात्रों के सर्वांगीण विकास हेतु विभिन्न कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं ऐसे में प्रतिभावान छात्रों को सम्मानित करना विश्वविद्यालय अपना कर्तव्य समझता है |जिसमे क्लास टापर्स क्लास में अनुसासन और उपस्थिति के लिए और सांस्कृतिक गतिविधि एवम खेलो में भाग लेने वाले छात्रों को मेडल दिए गए ।
विश्वविद्यालय की इस पहल से छात्र उत्साहित दिखे|
समारोह में आइक्यूएसी निदेशक डॉ सुमन बिज, मुख्य प्रशासक प्रोफेसर मनोज गहलोत, प्रोफेसर कुमुद सकलानी, डॉ दीपक साहनी, डॉ मनीष मिश्रा, प्रोफ़ेसर कंचन जोशी, डॉ राकेश रयाल, डॉ अनिल थपलियाल, डॉ विजेंद्र सिंह, डॉ आशा बाला के साथ ही विश्व विद्यालय के शिक्षक और छात्र-छात्राएं भारी संख्या में उपस्थित रहे|