विधायकों और ब्यूरोक्रेट्स मे कई पॉजिटिव। अब विधायक निवास में एंट्री बैन करने की मांग
देहरादून स्थित विधायक ट्रांसिट हॉस्टल में विधायकों और उनके परिजनों के भी कोरोनावायरस पॉजिटिव आने के बाद कई विधायकों ने राज्य संपत्ति विभाग को पत्र लिखकर कम से कम एक सप्ताह के लिए विधायकों और उनके परिजनों को छोड़कर अन्य बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर पूर्ण रूप से रोक लगाने के लिए कहा है।
यमुनोत्री विधायक केदार सिंह रावत के लेटर पैड पर छह विधायकों ने हस्ताक्षर करके ट्रांजिट हॉस्टल के मुख्य व्यवस्थापक को यह पत्र लिखा है।
इस पत्र पर द्वाराहाट विधायक महेश नेगी, लोहाघाट विधायक पूरन फर्तयाल, सल्ट विधायक सुरेंद्र सिंह जीना, बागेश्वर विधायक चंदन राम दास, नानकमत्ता विधायक डॉ प्रेम सिंह राणा सहित केदार सिंह रावत के भी हस्ताक्षर हैं।
दो दिन मे खास पर हमला
गौरतलब है कि दो दिन में ही मुख्यमंत्री के ओएसडी गोपाल रावत और अभय सिंह सहित धर्मपुर विधायक विनोद चमोली और विधायक नवीन चंद्र दुमका भी कोरोनावायरस की चपेट मे आए हैं।
शासन में सचिव रामविलास यादव भी संक्रमित हैं।
डीजी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार की पत्नी अलकनंदा अशोक के भी कोरोना पॉजिटिव आने के बाद अशोक कुमार भी क्वारंटाइन हो गए हैं।
सचिवालय में पहले ही बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक लगाई गई है। अब ट्रांजिट हॉस्टल में भी रोक लगाने की तैयारी हो सकती है। एक ओर अनलॉक डाउन 4 लागू हो चुका है, दूसरी ओर कोरोना के मामले भी लगातार बढ़ रहे हैं।
कुछ दिन पहले ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष तथा उनके परिवार के लोग कोरोनावायरस पॉजिटिव निकले हैं। नेता प्रतिपक्ष इंद्रा हृदयेश के पुत्र सुमित हृदेश भी कोरोनावायरस पाजिटिव पाए गये हैं। इंद्रा हिरदेश क्वारंटाइन हो गई है।
मुख्यमंत्री के खुद को क्वारंटाइन करने के बाद भाजपा प्रदेश कार्यालय भी 6 सितंबर तक के लिए बंद है।
सत्ता प्रतिष्ठानों से जुड़े खास लोगों में भी कोरोनावायरस का संक्रमण होने से खतरे की गंभीरता को समझा जा सकता है। किंतु कोरोना के प्रति लोगों की लापरवाही बढ़ती जा रही है।