पर्वतजन
  • Home
  • उत्तराखंड
  • सरकारी नौकरी
  • सरकारी योजनाएं
  • टेक
  • वेल्थ
  • आधार कार्ड
  • हेल्थ
  • मौसम
  • Web Stories
No Result
View All Result
  • Home
  • उत्तराखंड
  • सरकारी नौकरी
  • सरकारी योजनाएं
  • टेक
  • वेल्थ
  • आधार कार्ड
  • हेल्थ
  • मौसम
  • Web Stories
No Result
View All Result
पर्वतजन
No Result
View All Result
Home पर्वतजन

अंतर : यूके मे सिर्फ एक-एक करोड़ की कटौती, यूपी मे विधायक निधि बंद एक साल के लिए

April 11, 2020
in पर्वतजन
ShareShareShare

Advertisement
ADVERTISEMENT
जगदम्बा कोठारी
 हाल ही मे त्रिवेंद्र सरकार ने कैबिनेट मे सभी मंत्रियों और विधायकों की निधि मे से अगले दो वर्ष के लिए एक करोड़ रूपये प्रति वर्ष कोरोना महामारी मे राहत के लिए काटे जाने का निर्णय लिया है।
वहीं पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश मे योगी सरकार ने सभी मंत्रियों और विधायकों के एक वर्ष की विधायक निधि प्रदेश आपदा राहत कोष मे जमा करवाने का प्रस्ताव पास किया है। योगी सरकार के इस फैसले से उनके आपदा राहत कोष मे 1509 करोड़ रूपये की बढोत्तरी हुई है।
 जनता को आस थी कि सभी विधायक मंत्री पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश की तर्ज पर पूरे वर्ष की राशि आपदा कोष मे जमा करवायेंगे।
अगले विधान सभा चुनाव को देखते हुए इस बहुत बड़ी राशि को विधायकों और मंत्रियों ने विकास कार्यों के लिए बचा कर रखा है। जिससे प्रदेश के आपदा राहत कोष मे लगभग 390 करोड़ रूपये का बड़ा अंतर आयेगा। इस बात का अंतर आप इन आंकड़ों से समझ सकते हैं। अभी तक प्रदेश मे प्रति विधायक को 3 करोड़ 75 लाख रूपये प्रति वर्ष विधायक निधि मिलती है और 70+1 विधायकों की कुल वार्षिक निधि लगभग 266 करोड़ रूपये है। इस हिसाब से अगले दो वर्ष के लिए राशि 532 करोड़ रूपये होने थी लेकिन वर्तमान मे सरकार के 1 करोड़ प्रति वर्ष कटौती के हिसाब से यह रकम 142 करोड़ रूपये ही हो पायेगी। कुल मिलाकर सरकार के इस फैसले से प्रदेश आपदा राहत कोष मे लगभग 390 करोड़ की कमी आयेगी।
महामारी के समय और संसाधन विहीन 13 जिलों के छोटे से इस प्रदेश के लिए यह राशि बहुत बड़ी है। जहां पूरा देश इस समय विकास कार्यों को छोड़ महामारी से जूझने के लिए फंड एकत्र कर रहा है, वहीं प्रदेश के मंत्री, विधायकों को अपनी विधान सभा क्षेत्रों मे विकास कार्यों के लिए बचाकर रखना प्रदेश का दुर्भाग्य ही कहा जायेगा। विकास कार्य तो हालात सामान्य होने पर भी हो सकते हैं।
सरकार की इन हरकतों से साफ जाहिर है कि आगामी विधान सभा चुनाव को देखते हुए विधायकों के दबाव मे सरकार ने निधि से प्रतिवर्ष मात्र एक करोड़ रूपये कटौती का फैसला लिया है, वहीं विधायकों के वेतन मे 30 फीसदी की मामूली कटौती की गयी है। जिससे भी राहत कोष मे कुछ लाख रूपये ही जमा हो सकेंगे। जबकि विधायकों का भत्ता उनके वेतन का लगभग 10 गुना अधिक होता है। साथ ही दायित्वधारियों के वेतन और भत्ते मे कोई कटौती नहीं करने से राज्य को आपदा के समय इन दायित्वधारियों पर करोड़ों रूपये मासिक सलाना खर्च करना पड़ेगा। यह सब तब हो रहा है, जब प्रदेश की माली स्थिति खराब है।

Previous Post

एक्सक्लूसिव : चकराता एसडीएम के ड्राइवर ने सहसपुर में ठोकी गाड़ी। उठे कई सवाल

Next Post

वीडियो : ओवर रेटिंग पर मेडिकल स्टोर सीज

Next Post

वीडियो : ओवर रेटिंग पर मेडिकल स्टोर सीज

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *






पर्वतजन पिछले २3 सालों से उत्तराखंड के हर एक बड़े मुद्दे को खबरों के माध्यम से आप तक पहुँचाता आ रहा हैं |  पर्वतजन हर रोज ब्रेकिंग खबरों को सबसे पहले आप तक पहुंचाता हैं | पर्वतजन वो दिखाता हैं जो दूसरे छुपाना चाहते हैं | अपना प्यार और साथ बनाये रखिए |
  • उम्मीद: श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में स्टेज-3 एडवांस कोलन कैंसर की सफल सर्जरी
  • भ्रष्टाचार: अब इस IFS ने कर दिया कॉर्बेट 2 घोटाला।  CBI और ED से जांच की सिफारिश 
  • बड़ी खबर : राशन कार्ड धारक हो जाए सावधान ।25 लाख से ज्यादा राशन कार्ड होंगे रद्द !
  • एक्शन : 20 हजार की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार चकबंदी लेखपाल
  • बड़ी खबर: 25 OTT ऐप्स और वेबसाइट्स ब्लॉक | हो जाए सावधान,जानिए पूरी लिस्ट
  • उत्तराखंड
  • टेक
  • पर्वतजन
  • मौसम
  • वेल्थ
  • सरकारी नौकरी
  • सरकारी योजनाएं
  • हेल्थ
July 2025
M T W T F S S
 123456
78910111213
14151617181920
21222324252627
28293031  
« Jun    

© 2022 - all right reserved for Parvatjan designed by Ashwani Rajput.

No Result
View All Result
  • Home
  • उत्तराखंड
  • सरकारी नौकरी
  • सरकारी योजनाएं
  • टेक
  • वेल्थ
  • आधार कार्ड
  • हेल्थ
  • मौसम
  • Web Stories

© 2022 - all right reserved for Parvatjan designed by Ashwani Rajput.

error: Content is protected !!