टिहरी। सरकार कोरोना महामारी के दौरान जहा निजी संस्थानों को कर्मचारियों की नौकरी बरकरार रखने व सैलरी देने की बात कर रही है। वहीं आजीविका सहयोग परियोजना की ओर से सहायतित सहकारिताओं का अनुबंध समाप्त कर फिर से नवीनीकरण न किये जाने से 06 स्वायत्त सहकारी फैडरेशन के 699 स्वयं सहायता समूह के 6352 परिवार शेयर धारकों की आजीविका पर संकट गहराने लगा है।
जिले के भिलंगना, देवप्रयाग, प्रतापनगर, जौनपुर ब्लॉक के 06 स्वायत्त सहकारी फैडरेशन के 780 स्वयं सहायता समूह का 31 मार्च 2021 तक नवीनीकरण होना था, लेकिन नवीनीकरण नहीं हो पाया, जिससे 6352 परिवार शेयरधारकों की आजीविका प्रभावित होने लगी है। जिले में रोजगार पाने के लिए सैकड़ों लोगों को आजीविका परियोजना के तहत स्वंय सहायता समूह आजीविका से लाभान्वित हो रहे थे।
प्रथम चरण हिमालय आजीविका सुधार योजना के अंतर्गत गठित एवं द्वितीय चरण एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना के द्वारा सहायतित सहकारिताओं में 699 स्वयं सहायता समूह के तहत कुल 6352 परिवार शेयरधारक हैं। सरकार सहकारिता से स्थानीय लोगों को राजगार से जोड़ने के लिए सहकारिता समितियों का गठन किया था, जिसमें बालगंगाघाटी स्वायत सहकारिता भिलंगना, गोनगढ़घाटी स्वायत सहकारिता भिलंगना, आरगढ़घाटी स्वायत सहकारिता भिलंगना, विकास स्वायत सहकारिता प्रतापनगर, चन्द्रबदनी स्वायत सहकारिता देवप्रयाग, नागटिब्बा स्वायत सहकारिता जौनपुर सहित 06 आजीविका स्वायत सहकारी का अनुबंध ना बढ़ाने से सैकड़ों लोगों का कोरोना महामारी के दौरान रोजगार छिन गया है।
परियोजना का विस्तार 2021 तक होने पर भी पूर्व में ही अनुबंधित इन स्वायत सहकारी फेडरेशनों को नजर अंदाज किया जा रहा है। सूत्रों से पता चला है कि 2021 के लिए वित्तीय स्वीकृति नहीं है, इसलिए इनका नवीनीकरण नहीं किया जा रहा है, जबकि ये सभी फेडरेशन विगत कई वर्षों से ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को जागरूक करती आ रही है और वर्तमान समय में भी विभिन्न किस्म की साग-सब्जी, फल-फूल, बीज-खाध व बेमसमी फसलों का उत्पादन व अनेकों सामाजिक कार्यों जैसे-फेडरेशन से जुड़ी सभी महिलाओं को सी0सी0एल0 व के0सी0सी0 करवाना और क्षेत्रीय ग्रामीणों की विधवा पेंसन,वृधा पेंसन, विकलांग पेंसन, आयुष्मान भारत योजना, तथा कोरोना की इस वैश्विक महामारी के समय लोगों की हर सम्भव मदद में अपना सहयोग प्रदान करती आ रही है।
वर्तमान समय में राज्य के सभी जनपदों चमोली, उतरकाशी, टिहरी, बागश्वर पिथोरागढ़, चम्पावत आद इस बेरोजगारी के संकट से जूझ रहे हैं, सरकार से सभी सहकारिताओं का निवेन है कि इस महामारी के समय में उक्त सभी पुरानी सहकारी फेडरेशनों का वित्तीय वर्ष 2020-21 हेत अनुबंधित किया जाना लोकहित में आवश्यक होगा।