अनुज नेगी
पौड़ी।
नगर पालिका पौड़ी में भ्रष्टाचार की बुनियाद इतनी मजबूत हो गई है कि कोई भी पत्रकार पालिका के भ्रष्टाचार की ख़बर को प्रकाशित करने से पहले हज़ार बार सोचता है,अगर किसी ने हिम्मत कर के पालिका के भ्रष्टाचार की ख़बर प्रकशित कर भी ली तो उसे धमकियां मिलनी शुरू हो जाती है।
ताजा मामला जनपद पौड़ी का है, जहां एबीपी न्यूज़ के पत्रकार आलोक रावत ने नगर पालिका पौड़ी में हो रहे भ्रष्टाचार की ख़बर को प्रकाशित किया था,तभी कुछ लोगो ने सोशल मीडिया पर पत्रकार आलोक रावत को धमकियां देना शुरु कर दिया था। परेशान पत्रकार ने धमकियां देने वालों लोगों में खिलाफ पुलिस अधीक्षक पौड़ी को लिखित शिकायत की गई।
आखिर किस ख़बर से बौखलाहट हो गई नगर पालिका के चमचों पर :
नगर पालिका शासन और आम जनता को गुमराह कर वाहन पार्किंग के नाम पर एक बड़ा खेल खेलकर अब सरकारी धन का दुरूप्रयोग करते हुए एक बडे भ्रष्टाचार को अंजाम दे रही है।
दरअसल शहर में वाहन पार्किंग के नाम पर पहले तो शासन से बजट स्वीकृत करवाया जा रहा है और फिर बजट रिलीज होते जैसे ही पार्किंग का निर्माण पूरा हो रहा है वैसे ही शहर की वाहन पार्किंग को पालिका अपने चहेतों को कॉन्ट्रैक्ट बेस में बेच दे रही है।
ताजा मामला पौड़ी शहर का ही है जहां वाहन पार्किंग की समस्या से जनता त्रस्त है और शहर में हर बार ट्रैफिक जाम के हालात बने रहते हैं और इस समस्या से वाहन स्वामियों और पुलिस को कई बार दो चार भी होना पडता है ।
वहां हाल ये हैं कि पार्किंग स्थल पर रैंस्टोरेंट का संचालन खुलेआम होना नगर पालिका के काले कारनामों की पोल स्वंय खोल रहा है ।जबकि कई दुपहिया व चौपहिया वाहन सडको के इर्द गिर्द ही पार्किंग स्थल की कमी होने पर जहां तहां खडे हैं ,जिन पर कई बार चालान की कार्यवाही तक हो जाती है लेकिन पार्किंग की समस्या से दो चार हो रहे वाहन स्वामियों को पालिका किस तरह से गुमराह कर रही है।
उसकी तख्तीस साफ तस्वीरें दे रही है जहां पार्किंग स्थल को पूरी तरह से घेरकर एक रोस्टोरेंट का यहां संचालित हो रहा है वहीं पालिका की माने तो नगर पालिका बोर्ड की बैठक में सर्वसहमति से इस पार्किंग को सालाना कंट्रेक्ट में दिया गया है। जबकि बोर्ड के कई सदस्यों का आरोप है कि उनसे पार्किंग स्थल को दिये जाने पर पूछा ही नही गया है और नगर पालिका ने अपनी हठधर्मिता से पार्किंग स्थल को अपने चहेतो को दे डाला।