सहकारी बैंकों में भर्तियों की धांधली पर मुखर हुआ उक्रांद
देेेहरादून। उत्तराखंड के सहकारी बैंकों में फोर्थ क्लास की भर्तियों में हो रही धांधली को लेकर उत्तराखंड क्रांति दल ने आक्रमक तेवर अपना लिए हैं। उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय अध्यक्ष दिवाकर भट्ट ने पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता में कहा कि सहकारी बैंक में फोर्थ क्लास की भर्तियों में जमकर धांधली करने की तैयारियां हो रही हैं।
दिवाकर भट्ट ने मीडिया से कहा कि जो लोग पहले से ही संविदा पर फोर्थ क्लास में नौकरियां कर रहे हैं, उन्हें निकाल बाहर करके सहकारिता विभाग अपने चहेतों को भर्ती करना चाहता है। दिवाकर भट्ट ने कहा कि, जब सारे बैंक घाटे में है और एनपीए चल रहे हैं तो फिर यह अनावश्यक भर्तियां हुई क्यों रही हैं! दिवाकर भट्ट ने सवाल उठाया कि जब सेवंथ पे कमिशन के बाद फोर्थ क्लास का संवर्ग भी खत्म हो गया तो फिर इन पदों पर नियुक्तियां क्यों की जा रही है !
दिवाकर भट्ट ने इन भर्तियों में धांधली का आरोप लगाते हुए कहा कि, जब पूर्ववर्ती भाजपा सरकार में तत्कालीन मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूरी ने भर्तियों में इंटरव्यू की व्यवस्था खत्म करके लिखित परीक्षा कराने का कानून बनाया था तो फिर इन भर्तियों में लिखित परीक्षा क्यों नहीं हो रही है ! सिर्फ इंटरव्यू क्यों हो रहे हैं ! दिवाकर भट्ट ने यह भी सवाल उठाया कि, सहकारी विभाग में जब सेवा मंडल के द्वारा भर्ती होती है तो फिर सेवा मंडल ने यह कार्य बैंकों को क्यों दे दिया है !
प्रेस वार्ता में शामिल यूकेडी नेता शिव प्रसाद सेमवाल ने सहकारी विभाग में भर्तियों को लेकर सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर पूरे उत्तराखंड में यह भर्तियां एक ही समय पर क्यों नहीं हो रही है ! अलग-अलग जिलों में अलग-अलग समय पर भर्ती कराने का क्या कारण है ! शिव प्रसाद सेमवाल ने कहा कि फोर्थ क्लास की इन भर्तियों में बैंक के ही दलाल मोटी रकम की मांग कर रहे हैं।
उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय संगठन मंत्री संजय बहुगुणा ने सवाल उठाया कि इन फोर्थ क्लास की भर्तियों के लिए एक पैमाना यह भी रखा गया है कि 100 मीटर की दौड़ को 15 सेकंड में पूरा करना होगा। इस पैमाने पर कोई बेहद तेज गति का धावक भी फिट नहीं बैठता तो फिर यह पैमाना सीधे-सीधे पहले से ही नौकरी कर रहे फोर्थ क्लास के कर्मचारियों को बाहर करने का एक माध्यम बनाया गया है।
प्रेस वार्ता में उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय अध्यक्ष दिवाकर भट्ट, केन्द्रीय संगठन मंत्री संजय बहुगुणा और यूकेडी नेता शिव प्रसाद सेमवाल शामिल थे।