जयप्रकाश
पौड़ी गढ़वाल ——— निवर्तमान भाजपा जिलाध्यक्ष पौड़ी सुषमा रावत नगर पालिका चुनाव में तीसरे नंबर पर रहने के बाद अपनी हार नहीं पचा पा रही है, वह अपनी गलतियों को छुपाने के लिए दूसरे के सिर पर हार का ठीकरा फोड़ रही है, आपको बता दे की 25 जनवरी को नगर पालिका नगर पंचायत एवं नगर निगम का रिजल्ट पूरे उत्तराखंड में आया था। जिसमें मंडल मुख्यालय पौड़ी नगर पालिका अध्यक्ष और वर्तमान सरकार की भाजपा जिला अध्यक्ष तीसरे नंबर पर रही है, जिससे भाजपा जिला अध्यक्ष की मान सम्मान धूमिल हो गई है जो टिकट मांगने के लिए भी प्रदेश संगठन के सामने गिड़गिड़ाई थी, आज जब खुद पौड़ी जनता के बीच अपना कद नहीं बना पाई और हार नहीं पचा पा रही है, तो अब दोष दुसरो को दे रही है यह जरुरी नहीं की अब जनता जय श्री राम के नाम पर वोट दे यां फिर मोदी के नाम पर लोकल चुनाव मे अपना व्यक्तिगत व्यवहार ही काम आता है, जो की सुषमा रावत का नहीं है,अगर व्यक्तिगत लोगों के साथ व्यवहार सही रहता तो आज वह नगर पालिका अध्यक्ष होती,उनका लोगों के साथ जुड़ाव अच्छा होता तो आज वह नगरपालिका की अध्यक्ष होती। लेकिन वर्तमान जिला अध्यक्ष अपने आप में स्वार्थी है उन्होंने यह भी कहा कि मुकेश कोहली का धन्यवाद देती हूं कि उन्होंने मेरे पति का इलाज कराया है इसका मतलब यह होता है कि वह व्यक्तिगत स्वार्थी है उन्हें पार्टी से कोई मतलब नहीं है,उनको केवल अपना स्वार्थ दिकता है आम आदमी से कोई मतलब नहीं है। वह केवल अपनी हितेसी है पार्टी कि नहीं है, यह बात हमे तब पता चला जब उन्होंने पार्टी संगठन में अपने टिकट के लिए रोना धोना शुरू कर दिया था उन्होंने कहा कि यह तो टिकट मेरे को दो यां फिर मेरी बेटी बबीता रावत को टिकट दो। जबकि भाजपा पार्टी संगठन टिकट केशर सिंह नेगी की धर्मपत्नी हिमानी नेगी को दे रही थी, लेकिन बार-बार धन सिंह रावत एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को परेशान करके टिकट स्वयं अपने नाम पर ले आए जिसका परिणामआज खुद पौड़ी की जनता ने दे दिया है, सुषमा रावत का जो स्थान है वह तीसरे नंबर पर है हां जब वह नगर पालिका की अध्यक्ष नहीं बन पाई तो इसका ठीकरा वह वर्तमान विधायक राजकुमार पोरी और निवर्तमान अध्यक्ष यशपाल बेनाम के सिर पर फोड़ रही है। जबकि यह सरासर गलत है ऐसा कुछ भी नहीं है पार्टी संगठन में रहते हुए राजकुमार पोरी ने भी उनके लिए काम किया है और निवर्तमान अध्यक्ष यशपाल बेनाम ने भी उनके लिए काम किया है। आपको बताते चलें कि सुषमा रावत का व्यक्तिगत छवि भी पौड़ी जनपद में सही नहीं है दूसरों के लिए बोलना सरल होता है, व्यक्तिगत अपने ग्रेवान मे झांक कर देखा जाए तो खुद कि स्थिति ठीक नहीं है,वर्तमान जिला अध्यक्ष सुषमा रावत पर एक कहावत है कि नाच न जाना आंगन टेढ़ा यह कहावत हमारी निवर्तमान जिला अध्यक्ष सुषमा रावत पर सिद्ध होती है,जो व्यक्तिगत अपनी छवि को नहीं बना पाई है और हार का ठीकरा पार्टी संगठन में राजकुमार पोरी और निवर्तमान अध्यक्ष यशपाल वेनाम पर फोड़ रही है जबकि पार्टी संगठन सब जानती है कि यशपाल वेनाम का व्यक्तिगत अपना क्या कद है और वर्तमान विधायक राजकुमार पोरी जो कि जनहित के नेता है, उनका अपने आप में भी बहुत बड़ा कद है राजकुमार पोरी जो पूर्व मे जिला अध्यक्ष रह चुके हैं और पार्टी के लिए उन्होंने पहले से ही निस्वार्थ भाव से काम किया है जब जनता का उन पर विश्वास किया है तब वह विधायक बने है जब पार्टी ने उनको टिकट दिया है तो सुषमा रावत राजकुमार पोरी के पक्ष मे नहीं थी।