राज्य में अन्य प्रदेशों के कई ऐसे युवाओं ने फर्जी तरीके से भर्ती ले ली, जिन्हें सही से हिंदी तक लिखनी नहीं आती। मामले का खुलासा होने के बाद अब तक 6 पर मुक़दमा दर्ज हो चुका हैं अन्य अभ्यर्थियों की जाँच जारी हैं।
डाक विभाग की ओर से प्रदेश के लिए ब्रांच पोस्ट मास्टर और असिस्टेंट ब्रांच पोस्ट मास्टर के 1200 पदों पर भर्ती निकाली गई थी। मेरिट पर हुई भर्ती में अधिकतर अभ्यर्थी पंजाब, हरियाणा और अन्य राज्यों के हैं।
गजब हाल ये हैं जानकारी मिली है कि इसमें से कुछ युवा जिनके गणित में 100 में से 99 नंबर हैं उन्हें प्रतिशत तक निकालना नहीं आता। साथ ही हिंदी में लेटर तक नहीं लिख पा रहे।
ऐसे में सवाल उठ रहा कि जिसे हिंदी तक लिखनी नहीं आती, उस अभ्यर्थी का कैसे चयन हो गया, जबकि यहां के युवाओं का मेरिट में नाम ही नहीं आया।
दरअसल,इस पद के लिए बनने वाली मेरिट लिस्ट बोर्ड परीक्षा के नंबरों के आधार पर बनती है। इसके चलते उत्तराखंड के युवाओं के नंबर कम होने के चलते उनका नाम मेरिट लिस्ट में नहीं आ पाया।
सवाल ये भी हैं कि अन्य राज्य के युवाओं को गढ़वाली भाषा भी बोलनी नहीं आती तो आखिर कैसे ये युवा गांव में अपनी सेवाएं दे पाएंगे!
जब इस मामले में उत्तराखंड डाक विभाग के इंस्पेक्टर ने हरियाणा बोर्ड के अफसरों से मुलाकात कर मामला जानना चाहा तो बोर्ड के अफसरों ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया, छात्र को अकादमिक पृष्ठभूमि के आधार पर नंबर दिए गए हैं।
बड़ी भर्ती फर्जीवाड़े की आशंका:
कुछ दिन पहले ही यूपी पुलिस ने मेरठ से डाक विभाग की भर्ती परीक्षा में हुए फर्जीवाड़े का खुलासा किया था। एसटीएफ ने गैंग के 13 सदस्यों को गिरफ्तार किया था। अब उत्तराखंड में इस भर्ती प्रक्रिया के बाद से अंदाजा लगाया जा रहा कि इस गैंग के तार कही उत्तराखंड में चयनित होने वाले अभ्यर्थियों से भी जुड़े हो सकते हैं।
अगर ऐसा हैं तो ये उत्तराखंड के युवाओं के साथ बड़ा धोखा होगा। क्यूंकि उत्तराखंडी युवा एक तरफ जॉब के लिए दर दर भटक रहा हैं वहीं दूसरी ओर बाहरी राज्य के युवाओं को फर्जी तरीके से नौकरी दी जा रही हैं।
इस पूरे मामले में अनसूया प्रसाद चमोला, निदेशक, डाक सेवाएं, उत्तराखंड ने बताया कि किसी भी गलत अभ्यर्थी का चयन विभाग में नहीं किया जाएगा। शुरुआती जांच में चमोली से तीन और अल्मोड़ा से तीन अभ्यर्थियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है, जिन्होंने फर्जी तरीके से भर्ती में सफलता हासिल की। सभी अभ्यर्थियों के दस्तावेज की भी जांच कराई जाएगी।