पीड़िता के परिवार ने आरोप लगाया है कि दुष्कर्मी व्यक्ति को विधायक यतीश्वरानंद के दबाव में बचाया जा रहा है और विधायक के इशारे पर ही इसकी जांच सीबीसीआईडी को ट्रांसफर कर दी गई और उन पर समझौता करने का दबाव बनाया जा रहा है।
वहीं हरिद्वार ग्रामीण के विधायक यतीश्वरानंद से संपर्क नहीं हो पाया।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीड़िता ने बताया कि उनके गांव का एक व्यक्ति उन्हें यह कहकर अपने साथ ले गया था कि उसके पिता का एक्सीडेंट हो गया है और उसने उस को बंदी बना लिया तथा उसके साथ दुष्कर्म किया।
29 जून 2019 को किसी तरह दुष्कर्मियों के चंगुल से निकलने के बाद उसने पुलिस से मदद मांगी तो पुलिस ने पहले तो मुकदमा दर्ज करने काफी टालमटोल की और इसके बाद एक आरोपी चंगेज को गिरफ्तार करने के बाद अन्य आरोपित मुबारिक, शबनम और अन्य लोगों को गिरफ्तार करने के बजाय उल्टा उस पर ही समझौते का दबाव बना रहे हैं।
पीड़िता के पिता ने सीबीसीआईडी पर धमकाने का आरोप लगाते हुए उस पर भी गड़बड़ी करने की आशंका जताई है