16 महीने से नहीं मिला वेतन, कर्मियों ने शुरू किया अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन
सामुदायिक स्वाथ्यय केंद्र बेलेश्वर यूं तो अपनी लचर स्वास्थ्य सेवाओ के लिए जब तब चर्चा में बना रहता है। यह अस्पताल परिसर बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के बजाय आंदोलन एवं धरना प्रदर्शन के चलते ज्यादा चर्चा में रहता है। कभी यहाँ की स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के लिए आमजन द्वारा पूर्व में लगातार धरना प्रदर्शन किया गया। परन्तु अबकी बार धरना प्रदर्शन स्थानीय लोगों द्वारा नही बल्कि स्वयं स्वास्थ्य सेवाएं देने वाले कर्मियों द्वारा किया जा रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार यहां पर पिछले लगभग 8-10 वर्षों से उपनल के माध्यम से 6 लोग अपनी सेवाएं दे रहे है जिनके द्वारा अनिश्चितकालीन धरना देकर आरोप लगाया जा रहा है कि, उन्हें पिछले 16 महीनों से उनका मानदेय नही दिया गया है। साथ ही साथ उनका नवीनीकरण भी नही किया जा रहा है। जिससे उनके परिवार के सामने मुसीबतों का पहाड़ खड़ा हो गया है।
हड़ताली कर्मी धीरज सिंह रावत ने बताया कि, डबल इंजन की सरकार की कथनी और करनी में अंतर है। एक तरफ उन्हें 16 महीनों से मानदेय नही दिया गया है वही उनका नवीनीकरण भी नही किया है। अतः इन सभी मांगो की हित पूर्ति हेतु वे यहाँ पर 21 नवम्बर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है और अगर सरकार द्वारा उनकी मांगों को नही माना गया, तो वह आगे चलकर और उग्र आंदोलन करेंगे।
जहाँ एक तरफ कोरोना काल मे स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका निभायी जा रही है। वही ऐसे में कर्मियों को 16 महीने से मानदेय ना मिलना अपने आप मे सरकार की कथनी और करनी में अंतर होना बताता है। इस अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन में 6 उपनल कर्मी शामिल है। विश्वनाथ कोटियाल, पंकज कुमार, चमन लाल, विजेंद्र लाल, धीरज सिंह, नरेश कुमार।