तीन दिनों से उत्तराखंड के बारे में अपने भद्दे और अश्लील बयानों से चर्चा में आए कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन की भाजपा से अभी किसी प्रकार की कोई बर्खास्तगी नहीं हुई है। यह बात भाजपा के उत्तराखंड प्रभारी श्याम जाजू ने पर्वतजन से बातचीत में कही।
आज उत्तराखंड से प्रकाशित तमाम समाचार पत्रों और न्यूज पोर्टलों पर कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के भाजपा से बर्खास्त होने की खबरें प्रमुखता से चल रही हैं।
कल का बयान
सभी दैनिक समाचार पत्रों में चैंपियन की बर्खास्तगी की खबर प्रकाशित की है। इन खबरों को भाजपा के नेताओं से लेकर मीडिया कर्मी बड़े जोश-खरोस के साथ प्रसारित कर रहे हैं। इन खबरों में उत्तराखंड भाजपा के प्रभारी श्याम जाजू का बयान भी छापा गया है, जबकि हकीकत यह है कि कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को अभी तक बर्खास्त नहीं किया गया है। स्वर्गाश्रम में आयोजित भाजपा की प्रदेश कार्य समिति के दौरान कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को तीन माह के लिए निलंबित किया गया था। दो दिन पहले भारतीय जनता पार्टी के नए नवेले महामंत्री अनिल गोयल की ओर से चैंपियन को नोटिस जारी किया गया था।
इन तमाम बातों पर कल हरिद्वार में श्याम जाजू से मीडिया कर्मियों ने चैंपियन की बर्खास्तगी के संबंध में सवाल पूछे और आज खबर प्रकाशित कर दी कि कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन बर्खास्त कर दिए गए हैं। पर्वतजन से बात करते हुए श्याम जाजू ने स्पष्ट किया है कि कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन की फिलहाल कोई बर्खास्तगी नहीं हुई है। किसी विधायक और सांसद को बर्खास्त करने का अधिकार हाईकमान को है। चैंपियन को दस दिन में जवाब देने के लिए कहा गया है। चैंपियन के जवाब के बाद ही किसी प्रकार की कार्यवाही संभव है। यदि जवाब मिलने से पहले चैंपियन पर बर्खास्तगी की कार्यवाही की जाती है तो चैंपियन को न्यायालय से राहत मिलने की शत प्रतिशत संभावना है और उस स्थिति में भारतीय जनता पार्टी के लिए यह बाजी हारने वाली बात होगी।
श्याम जाजू के अनुसार,- ”सांसद और विधायक पर कोई भी कार्यवाही करनी है तो वह सेंटर का अधिकार है। वो पहले से प्रदेश में निलंबित चल रहे थे। प्रदेश की ओर से उनके निष्कासन की संस्तुति की गई है। अब केंद्र उनका निर्णय करेगा। उन्होंने निष्कासन की कोई पुष्टि नहीं की, बल्कि निष्कासन की जो संस्तुति केंद्र को की गई है, उस बात की पुष्टि की है।”
भाजपा प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू के इस बयान से एक बार फिर मीडिया द्वारा फैलाई गई खबर पर सवाल उठना लाजिमी है कि आखिरकार बिना विषय को जाने समझे इन लोगों ने कैसे श्याम जाजू के बयान को बर्खास्तगी का आधार बनाया। चूंकि अभी तक श्याम जाजू के बयान का कोई वीडियो पर्वतजन को उपलब्ध नहीं हुआ है। यदि श्याम जाजू के द्वारा दिया गया कोई वीडियो उपलब्ध होता है तो पर्वतजन उसे भी प्रकाशित करेगा, ताकि यह बात स्पष्ट हो जाए कि श्याम जाजू ने क्या कहा और मीडिया ने क्या छापा।