रुदपुर नगर आयुक्त जय भारत सिंह का एक और कारनामा,
साग़र मलिक, http://vvnews.in वैशवारा न्यूज़ डेस्क courtesy
उपनल कर्मचारी दीप जोशी के खिलाफ रुद्रपुर के मुख्य नगर आयुक्त जय भारत सिंह ने आत्महत्या का कदम उठाने के मामले में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
नगर निगम रुदपुर में तैनात उपनल कर्मचारी दीप जोशी ने भारत सरकार एवं राज्य सरकार दुबारा जारी एडवाजरी के अनुसार लॉकडाउन के दौरान अपनी ड्यूटी पर न आने का कदम उठाया था। क्योंकि केंद्र सरकार ने स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइंस के मुताबिक सरकारी विभागों में कार्यरत दिव्यांग, कर्मियों को ड्यूटी न करने की छूट दी थी। जिसके तहत नगर निगम रुदपुर में तैनात उपनल कर्मचारी दीप जोशी ने भारत सरकार दुबारा जारी एडवाजरी के तहत मार्च, अप्रैल में अपनी ड्यूटी नही की थी।
ड्यूटी पर न आने के कारण नगर निगम रुदपुर के मुख्य नगर आयुक्त जय भारत ने उक्त दिव्याग उपनल कर्मचारी के तीन माह के वेतन पर रोक लगाने के निर्देश जारी कर दिए। जबकि भारत सरकार ने स्वयं ऐसे लोगों को कोरोना काल में ड्यूटी पर न आने की विशेष छूट दी थी। इसके उपरांत दिव्याग उपनल कर्मचारी दीप जोशी ने तीन माह का वेतन न मिलने के संदर्भ में राज्य के दिव्यांग जन आयुक्त योगेंद्र सिंह यादव को भेजे एक पत्र में इस मामले की शिकायत दर्ज कराई थी। जिसके बाद आयुक्त दिव्यांग जन योगेंद्र सिंह यादव ने इस मामले में नगर निगम रुदपुर के मुख्य नगर आयुक्त जय भारत सिंह से स्पष्टीकरण मांगा था और स्पष्टीकरण में नगर आयुक्त ने ये कहा हैं कि नगर निगम आवश्यक सेवा में था जिस कारण ड्यूटी पर आने की किसी को भी छूट नही थी।
उत्तराखंड दिव्यांग सशक्तिकरण एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष व राज्य दिव्याग सलाहकार बोर्ड के सदस्य अमित डोभाल का कहना है कि मार्च अप्रैल में पूरे देश में बहुत सख्ती के साथ संपूर्ण रूप से लॉकडाउन था। आवागमन एवं पब्लिक ट्रांसपोर्ट पूर्ण रूप से बंद था और दिव्याग उपनल कर्मी के पास खुद का कोई वाहन भी नहीं है।
अमित डोभाल ने कहा कि शारारिक दिव्यांग के प्रति एक उच्च अधिकारी का इस तरह का रवैया खुद में चकित कर देने वाला मामला है। और राज्य सरकार की छवि धूमिल की जा रही है।इस मामले को वापस नहीं लिया तो प्रदेश भर के दिव्यांगों को सड़कों पर उतर कर नगर आयुक्त के खिलाफ धरना देने को विवश होना पड़ेगा। नगर आयुक्त जय भारत सिंह के इस रवैये को लेकर दिव्यांग समाज आक्रोशित है।