उपनल कर्मचारियों ने 17 अप्रैल को दो मंत्रियों के आश्वासन पर आंदोलन वापस ले लिया था,लेकिन अब वह छला सा महसूस कर रहे है| केवल राज्य कर विभाग नहीं, बल्कि अब टिहरी में स्वास्थ्य विभाग ने उपनल कर्मचारियों को कॉन्ट्रैक्ट पूरा होने का आधार बनाते हुए वापस लेने से हाथ खड़ा कर दिया है|
लंबे समय से अपनी बहाली के लिए आंदोलन कर रहे उपनल कर्मचारियों ने तब अपना आंदोलन स्थगित कर दिया जब सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी और श्रम मंत्री हरक सिंह रावत ने कैबिनेट बैठक में उनकी बातें रखने के लिए कहा और उन्हें आश्वासन दिया कि, उन्हें वापस बहाली दी जाएगी |
साथ ही उन्होंने वादा किया था कि, यदि विभाग से नौकरी नहीं मिलती तो किसी दूसरे विभाग से नौकरी दिलाई जाएगी| आज एक हफ्ता होने को है लेकिन एक भी कर्मचारी को वापस नौकरी पर नहीं लिया गया है|
अब उपनल कर्मचारियों से वादा करने वाले दोनों मंत्री कार्यवाही ना होने के लिए कैबिनेट बैठक स्थगित होने का तर्क दे रहे है|
उपनल कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष कुशाग्र जोशी और कार्यकारी अध्यक्ष विद्यासागर धस्माना ने कहा कि, 17 अप्रैल को मिले आश्वासनों से कर्मचारियों को काफी उम्मीद थी| सभी खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे थे| यदि कैबिनेट नहीं हो पा रही है तो सीएम के स्तर से विचलन की प्रक्रिया से आदेश कराया जाए|
श्रम मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि, सरकार उपनल कर्मियों पर गंभीर है दो रोज पहले मैंने और गणेश जोशी जी ने सीएम साहब से बात की है| हमने एक नई कमेटी बनाने, वेतन दिलाने और किसी को भी नौकरी से न हटाने की बात सीएम के सामने रखी|
साथ ही कांग्रेस ने सवाल उठाए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि, सरकार उपनल कर्मियों के साथ छलावा कर रही है| 17 अप्रैल को 2 -2 मंत्री कर्मचारियों से ढेरों वादे करके आंदोलन वापस कराते हैं प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि, सरकार के झूठे आश्वासनों की पोल खुल चुकी है इससे कर्मचारियों में निराशा और गुस्से का माहौल है|