पर्वतजन
  • Home
  • उत्तराखंड
  • सरकारी नौकरी
  • सरकारी योजनाएं
  • टेक
  • वेल्थ
  • आधार कार्ड
  • हेल्थ
  • मौसम
  • Web Stories
No Result
View All Result
  • Home
  • उत्तराखंड
  • सरकारी नौकरी
  • सरकारी योजनाएं
  • टेक
  • वेल्थ
  • आधार कार्ड
  • हेल्थ
  • मौसम
  • Web Stories
No Result
View All Result
पर्वतजन
No Result
View All Result
Home उत्तराखंड

वीडियो:  जर्जर पुल बना ग्रामीणों के लिए खतरा। कुंभकर्ण की नींद सोया प्रशासन 

June 24, 2025
in उत्तराखंड
वीडियो:  जर्जर पुल बना ग्रामीणों के लिए खतरा। कुंभकर्ण की नींद सोया प्रशासन 
ShareShareShare

Advertisement
ADVERTISEMENT

22 जून 2025 | मोरी (उत्तरकाशी)। नीरज उत्तराखंडी 
उत्तरकाशी जनपद के सीमावर्ती मोरी प्रखंड अंतर्गत गोविंद वन्य जीव विहार एवं राष्ट्रीय पार्क क्षेत्र में ग्राम पंचायत गंगाड़, पवाणी और ओसला गांवों को जोड़ने वाला सुपिन नदी पर बना पुल इस समय बेहद जर्जर स्थिति में है। पुल की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि ग्रामीणों की आवाजाही जोखिमभरी हो गई है। हाल की भारी बारिश ने इसकी स्थिति और भी अधिक नाजुक बना दी है। लेकिन प्रशासन और जिम्मेदार अधिकारी कुंभकर्ण की नींद सोए हुए हैं।

Video Player
https://parvatjan.com/wp-content/uploads/2025/06/VID-20250623-WA0006.mp4

Media error: Format(s) not supported or source(s) not found

Download File: https://parvatjan.com/wp-content/uploads/2025/06/VID-20250623-WA0006.mp4?_=1
00:00
00:00
00:00
Use Up/Down Arrow keys to increase or decrease volume.

ग्रामीणों ने जताई चिंता

स्थानीय ग्रामीण सैन सिंह, प्रदीप राणा, विजय सिंह, दफ्तर चौहान और राजेश पंवार ने बताया कि यह पुल तीन गांवों को जोड़ने का एकमात्र जरिया है। राशन की आपूर्ति, दैनिक आवागमन, बीमार मरीजों को अस्पताल पहुंचाने और अन्य आवश्यक गतिविधियों के लिए इसी पुल पर निर्भरता है। ग्रामीणों ने चिंता जताई कि अगर यह पुल पूरी तरह टूट गया तो उनका संपर्क मुख्य मार्गों से कट जाएगा।

पंचायत चुनाव के दौरान बढ़ेगा खतरा

आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को देखते हुए भी यह स्थिति अत्यंत चिंताजनक हो गई है। प्रत्याशियों, मतदानकर्मियों और ग्रामीण मतदाताओं को इसी पुल से होकर गंगाड़ गांव तक पहुंचना होगा। ऐसे में पुल की जर्जर स्थिति चुनाव प्रक्रिया को भी प्रभावित कर सकती है। फिलहाल, क्षेत्र में कोई वैकल्पिक मार्ग नहीं है, जिससे आवाजाही संभव हो सके।

प्रशासन से की सुरक्षित आवाजाही की मांग

ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और वन विभाग से तत्काल पुल की मरम्मत या वैकल्पिक व्यवस्था करने की मांग की है ताकि जानमाल की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

वन विभाग से नहीं मिल सका पक्ष

सुपिन रेंज के रेंज अधिकारी गौरव अग्रवाल से जब इस संबंध में विभागीय पक्ष जानने के लिए संपर्क किया गया, तो उनका मोबाइल फोन लगातार रिंग करता रहा लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की। जैसे ही उनसे संपर्क संभव होगा, उनका पक्ष समाचार में अपडेट किया जाएगा।


Previous Post

बड़ी खबर: कैट के आदेश पर निधि यादव का आईएएस में प्रमोशन

Next Post

मौसम अपडेट: प्रदेशभर में तेज बारिश का अलर्ट। कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना..

Next Post
Latest uttarakhand news,

मौसम अपडेट: प्रदेशभर में तेज बारिश का अलर्ट। कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना..

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *






पर्वतजन पिछले २3 सालों से उत्तराखंड के हर एक बड़े मुद्दे को खबरों के माध्यम से आप तक पहुँचाता आ रहा हैं |  पर्वतजन हर रोज ब्रेकिंग खबरों को सबसे पहले आप तक पहुंचाता हैं | पर्वतजन वो दिखाता हैं जो दूसरे छुपाना चाहते हैं | अपना प्यार और साथ बनाये रखिए |
  • त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव: नाबालिग छात्रों से फर्जी वोटिंग का आरोप, मतदान निरस्त करने की मांग तेज
  • त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव: हाईकोर्ट में डाली गई अवमानना याचिका। दोहरी वोटर लिस्ट पर उठे सवाल
  • उम्मीद: श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में स्टेज-3 एडवांस कोलन कैंसर की सफल सर्जरी
  • भ्रष्टाचार: अब इस IFS ने कर दिया कॉर्बेट 2 घोटाला।  CBI और ED से जांच की सिफारिश 
  • बड़ी खबर : राशन कार्ड धारक हो जाए सावधान ।25 लाख से ज्यादा राशन कार्ड होंगे रद्द !
  • उत्तराखंड
  • टेक
  • पर्वतजन
  • मौसम
  • वेल्थ
  • सरकारी नौकरी
  • सरकारी योजनाएं
  • हेल्थ
July 2025
M T W T F S S
 123456
78910111213
14151617181920
21222324252627
28293031  
« Jun    

© 2022 - all right reserved for Parvatjan designed by Ashwani Rajput.

No Result
View All Result
  • Home
  • उत्तराखंड
  • सरकारी नौकरी
  • सरकारी योजनाएं
  • टेक
  • वेल्थ
  • आधार कार्ड
  • हेल्थ
  • मौसम
  • Web Stories

© 2022 - all right reserved for Parvatjan designed by Ashwani Rajput.

error: Content is protected !!