आदरणीय मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड तीरथ सिंह रावत से आग्रह है नीचे लिखें ठेकेदारों की संपत्ति की जांच करें| इन के चल अचल सम्पति का ब्यौरा सार्वजनिक करे। पूर्व में इन के द्वारा क्या निर्माण कार्य किये गए थे उस की गुणवत्ता की जांच करें। वर्तमान में इन के द्वारा जो भी निर्माण कार्य किये जा रहे है| उन पर तुरंत रोक लगाया जाए।
जब तक इस मामले की निष्पक्ष जांच न हो, इन ठेकेदारों के काम पर रोक लगाई जाए। विजय ध्यानी, किशोर लखेड़ा, बीना जखमोला, राकेश बहुखंडी, प्रकाश भारद्वाज, अजय कुकरेती, दिनेश रावत (उस ठेके का ठेकेदार) अनुज भट्ट, भास्कर बड़थ्वाल, देवेंद्र पाल सिंह नेगी (बड़खेत) विनयपाल नेगी (जिला पंचायत कर्तिया) रिखणीखाल, विनोद रावत (क्षेत्र पंचायत प्रतिनिधि जुई, रिखणीखाल) जयप्रकाश रावत, विनोद गौड़, इंद्रमोहन रावत, राजेंद्र असवाल, विकास माहेश्वरी, असलम अली, कपिल कुमार। उक्त ठेकेदारों के व उनके परिवार के नाम पर वर्तमान में जितने निर्माण कार्य ठेके चल रहे है, कुछ की लिस्ट मेरे पास मौजूद है जिस का ब्यौरा मैं जल्द सार्वजनिक मंच पर पोस्ट करूँगा।
माननीय मुख्यमंत्री को इन की कॉपी भेज दूंगा। यदि उस में कोई अनियमितता पाई गई तो कार्यवाही करने के लिए कानूनी रास्ता निकाला जाना चाहिए।जिस ठेकेदार का रथुवाढाब दुगड्डा मार्ग पर ठेका था उस के पिछले रिकॉर्ड को खगाला जाएगा। यदि मैंने वीडियो गलत बनाया है तो मैं माफी मांगने के साथ कानूनी प्रक्रिया से गुजरने के लिए तैयार हूँ। मुख्यमंत्री जी अफसोस इस बात का है कि, रिखणीखाल पट्टी पैनो के जनप्रतिनिधि जुई से क्षेत्र पंचायत प्रतिनिधि विनोद रावत कर्तिया से जिला पंचायत सदस्य विनय पाल नेगी (विन्नी) बड़खेत से समाज सेवी देवेन्द्र नेगी उर्फ बॉबी जैसे लोग भी भृष्टाचारियों के साथ खड़े हैं उन लोगों को सड़क की बदहाली नही दिखती हैं।
इन लोगों ने क्षेत्र का विकास क्या करना है जब ये लोग भृष्टाचारियों को बचाने के लिए दौड़ रहे है कुछ महीनों पूर्व इन लोगों ने अपना चुनाव प्रचार किया था| जिस में खुद को साफ छबि झुजारु कर्मठ के तमगे दिए थे और आज भृष्टाचारियों के साथ खड़े हैं। ठेकेदारों के इंजीनियर को बचाने का मतलब हैं सब मिले हुए हैं एक दूसरे को बचाने पर लगे हैं। इंजीनियर ठेकेदार को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। और ठेकेदार इंजीनियरों के साथ खड़े हैं। जिन लोगों को हम ने क्षेत्र की खुशहाली के लिए निर्वाचित किया हैं वे अब भृष्टाचारियों का साथ दे रहे हैं। कुछ महीने पूर्व वे जनप्रतिनिधि कर्मठ झुजारु सुयोग्य साफ छबि के बने हुए थे आज भर्ष्टाचारी का दामन पकड़े घूम रहे हैं। यह रिखणीखाल का दुर्भाग्य ही हैं। अपनी ठेकेदारी चमकाने के लिए इन लोगों ने राजनीति में पैसे के दम पर कदम रखा अब उसी राजनीति की आड़ में क्षेत्र का बेड़ागर्क कर रहे हैं। जीरो टॉलरेंस को आँखे दिखाने वाली हिमाकत करने वालों के खिलाप सख्त कार्यवाही की जाय ताकि भविष्य में कोई भी भृष्टाचारी सरकार पर इस तरह का दाग न लगाए।