देश मे कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव के बाद अलग अलग राज्यो में लॉकडाउन लगने के बाद होटल के बन्द होने से होटलों में काम करने वाले उत्तराखंडी होटलियरो के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है।
होटलों के बन्द होने से होटलों में काम करने वाले कई होटलियर अपने घरों को वापस लौट चुके है।और रोजगार की तलाश कर रहे है।
पहाड़ परिवर्तन समिति में होटलियर समिति के प्रदेश अध्य्क्ष राम सिंह रावत(सैफ)का कहना है कि, कई होटल स्वामियों के द्वारा कोरोना संक्रमण बढ़ने की खबर सुनते ही होटल में कार्य कर रहे स्टाफ को बगैर सैलरी दिए ही बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।
वही हरिद्वार कुम्भ भी तय समय से पहले ही समाप्त होने के कारण होटल व्यवसाय से जुड़े उन पहाड़ी युवाओं को भी बड़ा नुकसान उठाना पड़ा| जिन्होंने कुम्भ को देखते हुए बैंकों से कर्ज़ लेकर लाखो रुपये में लीज पर होटल लिए थे।अब उन युवाओं के सामने भी रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है।
राम सिंह रावत ने सरकार से आग्रह किया है कि, सरकार होटलियरो के लिए स्थाई रोजगार का विकल्प तलाश करें।जिससे होटलियरो के सामने खड़े हुए रोजी रोटी के संकट से कुछ निजात मिले।