नैनीताल जिले में धड़ल्ले से अवैध खनन हो रहा है और यह लगता है कि यह पूरी तरह से क्षेत्रीय एसडीएम विनोद कुमार तथा भीमताल थानेदार और खान अधिकारी रवि नेगी के अवैध संरक्षण में ही हो रहा है।
पर्वतजन के पास उपलब्ध कॉल रिकॉर्डिंग से पता चलता है कि जब इन तीनों को घटना की जानकारियां दी गई तो यह तीनों लोग मौके पर नहीं आए।
वीडियो
नैनीताल जिले में धड़ल्ले से अवैध खनन हो रहा है और यह लगता है कि यह पूरी तरह से क्षेत्रीय एसडीएम विनोद कुमार तथा भीमताल थानेदार और खान अधिकारी रवि नेगी के अवैध संरक्षण में ही हो रहा है।
पर्वतजन के पास उपलब्ध कॉल रिकॉर्डिंग से पता चलता है कि जब इन तीनों को घटना की जानकारियां दी गई तो यह तीनों लोग मौके पर नहीं आए
एसडीएम को जानकारी दी गई तथा घटनास्थल का वीडियो भेजा गया तो एसडीएम ने भी अनजान बनते भी टरकाते हुए कह दिया कि ठीक है ठीक है देखते हैं।
खान अधिकारी विनोद कुमार को फोन किया तो खान अधिकारी ने एसडीएम को जानकारी देने का हवाला देते हुए कहा कि “हो सकता है दिन में आएंगे।”
लेकिन आया कोई नहीं। खनन माफिया जरूर आज भी 50-60 गाड़ियां खनन करके ले गए।
पिछले दिनों अवैध खनन के दौरान कर्मचारी बैरियर तोड़कर भाग गएऔर मौके पर तैनात कर्मचारी बाल-बाल बचा लेकिन वन दरोगा की तहरीर पर एक हफ्ते बाद भी मुकदमा तक दर्ज नहीं हुआ।
खनन सत्र शुरु होने से पूर्व जमरानी में किस कदर अवैध खनन चल रहा है।
देखिये तहरीर (मुकदमा दर्ज क्यो नही)
यदि इस खबर के बाद भी अवैध खनन करने वालों तथा इनके संरक्षण प्रदान करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं होती तो यह सीधा सीधा संकेत है कि यह सारा खनन का खुला खेल उत्तराखंड सरकार के संरक्षण में चल रहा है।
क्या जिला प्रशासन के पास इसकी सूचना नहीं जा रही है ? क्या सरकार के सभी तन्त्र देखकर भी आँख मूँद रहे है ?
सरेआम अवैध खनन किसी संरक्षण के बिना सम्भव नहीं है। अभी जब खनन सत्र शुरु ही नहीं हुआ ,तो ऐसे अवैध खनन सरेआम किया जा रहा है, सत्र शुरु होने पर कैसे अवैध खनन कारोबार को अंजाम दिया जाता होगा ,आप अंदाज लगा सकते हैं।
50-60 पिकअप अवैध खनन सामग्री लेकर डेली भीमताल जा रही है।
नौ सितम्बर को खनन माफियाओं ने लोड गाड़ी से वन विभाग का बैरियर भी तोड़ दिया था जिस बावत थाना भीमताल को एफ आई आर भी दी गयी है जो आज तक दर्ज नहीं की गयी है।
बाल बाल कर्मचारी
वन दरोगा प्रकाश चंद्र आर्य ने भीमताल थाने में 10 सितंबर को तहरीर दी थी कि अमृतपुर बैरियर पर पिकअप ने बैरियर को तोड़ कर के खनन सामग्री ले जाते हुए ड्यूटी पर तैनात श्रमिक को भी कुचलने का प्रयास किया, जिसमें वह बाल-बाल बच गया।
वन दरोगा ने पिकअप और चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का निवेदन किया था किंतु 1 सप्ताह बाद भी थानेदार ने ना तो मौके तक जाने की जरूरत समझी और ना ही मुकदमा दर्ज किया।
गोपाल वनवासी का कहना है कि “उपजिलाधिकारी, वन विभाग , खनन विभाग तीनों को सूचना दे दी गयी है। शीघ्र कार्यवाही न करने पर अब निश्चित ही जनान्दोलन किया जायेगा।”
जब खनन अधिकारी रवि नेगी से बात की गई और उन्हें घटनास्थल का वीडियो भेजा गया तो फिर उनका कहना था कि उन्होंने इसकी सूचना एसडीएम को दे दी है तथा जल्दी ही वे मौके का मुआयना करेंगे तथा गलत पाए जाने पर कार्यवाही करेंगे।
गोपाल वनवासी (प्रदेश अध्यक्ष रिपब्लिकन पार्टी आँफ इण्डिया रिफाँरमिस्ट उत्तराखण्ड) ने मांग की है कि जमरानी अवैध खनन में जिला नैनीताल के थाना भीमताल पुलिस, व अन्य विभागीय अधिकारियों की संलिप्तता की जाँच की जाय।