कमल जगाती, नैनीताल
उत्तराखंड के नैनीताल में धार्मिक विश्वास का एक ऐसा नजारा कैमरे में कैद हुआ है जिसे देखकर धर्म की राजनीति करने वालों का चेहरा उतर जाएगा । कैमरे में नजर आया है कि एक बुरकाधारी महिला ने अपने साथ आई बच्ची के हाथ गोलू देवता मंदिर के आगे बैठे भिक्षु को दान दक्षिणा भेंट की।
वीडियो
नैनीताल में मॉल रोड के विपरीत झील के पार बनी ठंडी सड़क में लगातार तीन मंदिरों का समूह है । यहां शनि देवता, गोलू देवता और हनुमान जी के मंदिर अलग अलग बने हुए हैं । मंदिरों के आगे अक्सर पंडित और बाबा भिक्षा मांगने के लिए बैठे रहते हैं । यहां शांति और वन्यजीवों का वास होने के कारण अक्सर वीडियो और फ़ोटो कैमरे वाले मिल जाते हैं । ऐसे ही फ़िल्म कलाकार मुकेश धस्माना के
इंटरव्यू रिकॉर्डिंग के दौरान बुरके में एक मुस्लिम महिला और उसके साथ अनुमानित उसकी बच्ची चलते हुए कैद हो गए।
आश्चर्य की बात ये रही कि बुरखे में आई महिला ने रुककर छोटी बच्ची को अपने पर्स से कुछ रुपये निकालकर दिए और वहां बैठे भिक्षु बाबा को देने को कहा । इसके बाद कैमरा चला रहे प्रतिष्टित फोटोग्राफर अमित साह ने बच्ची को दिखाते हुए कैमरा पैन कर दिया । बच्ची अपनी अम्मी का आदेश मानते हुए सीधे बाबा के पास गई और प्रार्थना समेत भिक्षा दे आई ।
इस वीडियो ने कुछ हद तक ये साबित कर दिया है कि मजहब में दान दक्षिणा जरूरतमंद को देने की नसीहत देता है । मुस्लिम समाज के आम नागरिकों का दूसरे धर्मों पर अभी भी अटूट विश्वास है, और ऐसे ही दूसरे धर्मों के लोगों का इस्लाम से कोई विरोध नहीं है । ये तो केवल चंद असामाजिक तत्वों ने अपनी गन्दी राजनीति चमकाने के लिए विवाद पैदा कर फायदा उठाया है।