दुखद खबर:- क्वारंटाइन केंद्र में रह रहे युवा की मौत, परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
हर्षमणि उनियाल
घनसाली विधानसभा के चमोल गांव में लकवा से ग्रस्त पिता का सब कुछ छिन गया।
चमोल गांव निवासी लकवाग्रस्त पिता के इकलौते पुत्र की दुखद मौत हो गयी।
मृतक युवा 10 मई को रुद्रपुर से अपने गांव लौटा था।
वह रुद्रपुर में होटल में नौकरी कर रहा था।
लॉकडाउन के चलते किसी तरह युवक दरमियान सिंह उम्र 36 वर्ष अपने दोस्तों के साथ एक निजी वाहन से 10 मई को अपने गाँव लौटा था।
10 मई से ही मृतक युवक दरमियान सिंह रॉवत चमोलगाँव द्वारा बनाये गए नीलकण्ठ जनता प्राथमिक विद्यालय क्वारंटाइन केंद्र में रह रहा था।
15 मई 2020 को दोपहर तक युवक की तबियत एक दम सही थी लेकिन दोपहर के वक़्त अचानक युवक की तबियत बिगड़ने लगी।
ग्राम प्राधन पति हीरामणि जोशी ने बताया कि जब उसकी पत्नी सुरमा देवी उसे दोपहर के वक़्त चाय देने आयी तो उसे अपने पति की हालत का पता चला उसके द्वारा तुरंत ही ग्राम प्रधान एवं नजदीकी लोगों को बताया गया।
आनन फानन में युवक को सामुदायिक स्वाथ्यय केंद्र बेलेश्वर पहुंचाया गया जहाँ उसे प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर हालत को देखते हुए पिलखी भेज दिया गया।
पिलखी से युवक को जिला अस्पताल भेजा गया।
प्राथमिक जांच पर युवक को लकवे जैसे दौरे की बात कही गयी।
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि युवक डियाबेटीज़ का मरीज था।
युवक की गंभीर हालत को देखते हुए युवक को जिला अस्पताल से 16 मई को जॉलीग्रांट रेफेर किया गया।
जॉलीग्रांट में भी 17 मई की सुबह 2 बजे के करीब मृतक दरमियान सिंह को फिर से दौरा पड़ा और उसे आईसीयू में शिफ्ट किया गया।
18 मई को आईसीयू में मरीज की स्थिति नाजुक होकर परिजनों को अवगत कराया गया।
18 मई को ही युवक की मौत हो गयी।
इस पूरे मामले में अभी तक किसी भी तरह से कोरोना के कोई लक्षण की बात सामने नही आई है।
आज युवक की उसके गांव में मुखाग्नि दी गयी।
युवक का पूरा परिवार टूट कर बिखर गया है।
युवक अपने पीछे लाचार पिता जो शरीर के एक हिस्से से लकवे के शिकार है ,वृद्ध असहाय मा , अपनी रोती बिलखती पत्नी एवं 3 नाबालिक बच्चो को छोड़ कर चला गया है।
मृतक के परिवार की आर्थिक स्थिति पहले ही खराब थी।
परिवार के एक मात्र सहारा भी छिन जाने से परिवार पर दुखो का आसमान टूट पड़ा है।
परिवार को हर तरह की मदद की आवश्यकता है।