अनुज नेगी
देहरादून।एक ओर कोरोना महामारी ने लोगों से रोजगार छीन लिया है,वही दूसरी ओर बेरोजगार युवाओं के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है,मगर जिम्मेदार प्रशासन इनकी सुध नही ले रहा है।
उत्तराखंड में कोरोना महामारी के दौरान अप्रैल माह में कोविड-19 महामारी में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) ने प्रत्येक जनपद के स्वास्थ्य केंद्रों में आइयोलेशन वार्ड में स्टाफ नर्सिंग व वार्ड बॉय के लिए आउटसोर्सिंग कंपनी जैड सिक्योरिटी के माध्यम से नियुक्ति की थी,जिसमे मंत्रियों,विधायकों व अधिकारियों ने अपने चहेते बेरोजगार युवाओं को स्वास्थ्य केंद्रों में नियुक्त दी,मगर
जैड सिक्योरिटी कंपनी ने इन कर्मचारियों का 47% वेतन काट दिया।
जनपद रुद्रप्रयाग के कोटेश्वर आइसोलेशन वार्ड में अप्रैल माह में नियुक्ति दी गई थी,जिसमे 12500 प्रतिमाह वेतन निधार्रण किया गया था,लेकिन तीन माह तक इन कर्मचारियों का वेतन तक नही दिया गया और जब इन कर्मचारियों को तीन माह के बाद वेतन दिया गया तो 47% वेतन काट दिया,जिसमे 25% ईपीएफ 18% जीएसटी और 4% ईएसआई के नाम पर काट दिया।मगर जिम्मेदार प्रशासन मौन बैठा है।बहराहाल अब देखना होगा प्रदेश में मुखिया व स्वास्थ्य मंत्री इस कंपनी पर क्या कार्यवाही करेंगे,या फिर प्रदेश के बेरोजगार युवाओं को इस तरह ही छला जाएगा।