उत्तराखंड क्रांति दल ने आज कोरोना वारियर्स की 2 महीने से रुकी हुई तनख्वाह और अलग आवासीय व्यवस्था कराने के लिए सिटी मजिस्ट्रेट कुसुम चौहान से मुलाकात की। इसके अलावा सरकार से पत्रकारों को कोरोना वारियर्स का दर्जा देने की मांग भी की।
उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय मीडिया प्रभारी शिवप्रसाद सेमवाल ने बताया कि, सिटी मजिस्ट्रेट ने सभी बातों को ध्यान पूर्वक सुने और कार्यवाही के लिए उच्चाधिकारियों से पैरवी करने का भी आश्वासन दिया।
यूकेडी मीडिया प्रभारी सेमवाल ने कहा कि, अत्यंत कम वेतन पर काम कर रहे कोरोना वारियर्स को कार्यस्थल के पास ही आवासीय सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की गई है।
सेमवाल ने कहा कि, अति संवेदनशील क्षेत्रों से काम के पश्चात घर जाने पर घर के बुजुर्गों और बच्चों को भी संक्रमण का काफी खतरा रहता है।
इसके अलावा सेमवाल ने कहा कि, कोरोना वायरस के लिए लॉकडाउन के दौरान वाहन की सुविधा भी उपलब्ध कराने की मांग की गई है।
यूकेडी नेता सेमवाल ने कहा कि, कोविड-19 सेंटर में काम कर रहे आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को 2 महीने से वेतन नहीं मिला है, जिससे उनके सामने परिवार के लालन पालन तथा पौष्टिक भोजन की भी समस्या खड़ी हो गई है।
यूकेडी नेता ने मांग की है कि, जिस तरह से सीएम रिलीफ फंड में उपनल ने 25 लाख रुपए भेंट किए हैं, उसी तरह से उपनल के मद से कर्मचारियों की रुकी हुई तनख्वाह भी दी जानी चाहिए।
यूकेडी नेता सेमवाल ने उत्तराखंड में भी पत्रकारों को कोरोना वारियर्स घोषित किए जाने की मांग की और उसी के अनुरूप सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए सूचना विभाग को कहा है।
यूकेडी नेता सेमवाल ने इस संबंध में मुख्यमंत्री तथा सैनिक कल्याण मंत्री से समय लिया गया है और जल्दी ही उनसे भी मुलाकात की जाएगी।