बागेश्वर, 27 मई 2025 — उत्तराखंड में भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत एक बड़ी कार्रवाई सामने आई है। बागेश्वर के जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल सुबोध शुक्ला (सेवानिवृत्त) को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया। इसके बाद सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी के निर्देश पर शुक्ला को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया गया है।
रिश्वतखोरी का मामला
जानकारी के अनुसार, कर्नल सुबोध शुक्ला ने एक पूर्व सैनिक से 11 माह की सेवा के अनुबंध को आगे बढ़ाने के लिए 50,000 रुपये की घूस की मांग की थी। इस शिकायत के आधार पर विजिलेंस की हल्द्वानी सेक्टर टीम ने शनिवार, 24 मई 2025 को उन्हें रंगे हाथ पकड़ने के लिए जाल बिछाया और गिरफ्तारी की।
सरकार का सख्त रुख
मंगलवार को जारी प्रेस बयान में सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार भ्रष्टाचार को किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि सैनिक कल्याण विभाग एक संवेदनशील और सम्मानजनक विभाग है, जहां पारदर्शिता और जवाबदेही सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।
मंत्री ने यह भी निर्देश दिए कि यदि इस तरह की शिकायतें दोबारा सामने आती हैं तो तत्काल और कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा, “सरकार पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और उनके अधिकारों की सुरक्षा सर्वोपरि है।”
विभागीय अधिकारियों को चेतावनी
गणेश जोशी ने विभागीय अधिकारियों को सख्त हिदायत दी कि वे सभी कार्यों में पारदर्शिता बरतें और किसी भी प्रकार के भ्रष्ट आचरण से बचें। उन्होंने कहा कि इस घटना को उदाहरण के रूप में लिया जाएगा, ताकि भविष्य में कोई अधिकारी इस तरह की हरकत करने की हिम्मत न करे।