रिर्पोट – भाविका बिष्ट
मसूरी:
उत्तराखंड के मसूरी स्थित जॉर्ज एवरेस्ट हाउस में देश का पहला कार्टोग्राफिक (मानचित्रकला) म्यूजियम बनकर तैयार है।
म्यूजियम को इसी माह के मध्य तक पर्यटकों के लिए खोला जा सकता है। यह म्यूजियम सर जॉर्ज एवरेस्ट के संग्रह पत्रों और अभिलेखों का अवलोकन करता है, साथ ही सर्वे से संबंधित कई तथ्यपरक जानकारी भी इस म्यूजियम में मिलेगी।
जॉर्ज एवरेस्ट हाउस में बने इस कार्टोग्राफिक इस म्यूजियम में सर जॉर्ज एवरेस्ट के साथ ही सर्वेयर नैन सिंह रावत के पत्रों को भी रखा जाएगा। साथ ही सर्वेयर किशन सिंह नेगी, गणितज्ञ राधानाथ सिकंदर की ऑब्जर्वेटरी से भी यहां आने वाले लोग रूबरू हो सकेंगे।
क्या है इस म्यूजियम की लागत ?
म्यूजियम पर लगभग 4.55 करोड़ रूपिए खर्च हुए हैं, जिसे एशियन डेवलपमेंट बैंक द्वारा बनाया गया है।बताया कि नगर पालिका की ओर से एक सड़क पर काम जारी है, जो 15 दिसंबर तक पूरा हो जाएगा। इसके बाद यह म्यूजियम पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा।
पर्यटकों को म्यूजियम के माध्यम से इन चीजों की जानकारी हो सकेगी प्राप्त –
- माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई नापने वाले सर जॉर्ज एवरेस्ट के संग्रह पत्रों और अभिलेखों का दीदार पर्यटक कर सकेंगे।
- सर्वे से संबंधित कई तथ्यपरक जानकारी भी पर्यटकों को मिल सकेगी।
- एक नई विशेष तकनीक के तहत, पर्यटक जीपीएस की कार्यप्रणाली भी जान सकेंगे। म्यूजियम में एक ग्लोब तैयार किया गया है। यदि पर्यटक स्क्रीन पर स्थान खोजते हैं तो ग्लोब पर जगह दिख जायेगा कि सैटेलाइट कैसे काम करती है और उनमें संचार प्रणाली कैसे काम करती है।
- म्यूजियम में सर्वेयर किशन सिंह नेगी, गणितज्ञ राधानाथ सिकंदर की ऑब्जर्वेटरी भी मौजूद है।
5.इस म्यूजियम में सर जॉर्ज एवरेस्ट के साथ ही सर्वेयर नैन सिंह रावत के पत्रों को भी रखा जाएगा।